अफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत में शुक्रवार को तालिबान ने दो महिलाओं सहित 11 लोगों की सरेआम पिटाई की है. अफगानिस्तान की स्थानीय न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान ने इस वारदात को फैजाबाद के एक खेल मैदान के सामने अंजाम दिया.
पीटे गए सभी लोगों पर नैतिक अपराध और व्यभिचार (एडल्ट्री) का आरोप लगाया गया है. बता दें कि उत्तरी बदख्शां में भारी भीड़ के सामने तालिबान ने तालिबानी अधिकारियों, विद्वानों और स्थानीय बुजुर्गों के सामने सभी 11 लोगों को कोड़े मारे हैं. बता दें कि तालिबान द्वारा ऐसा पहली बार नहीं किया गया है. इससे पहले तालिबान की सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक दक्षिणी हेलमंड के ग्रिशक जिले में 16 लोगों को सरेआम कोड़े मारे गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने तीन युवाओं को लगभग 39 बार सरेआम कोड़े मारे हैं. तालिबान के अधिकारियों का कहना है कि तीनों युवा व्यभिचार (एडल्ट्री) में शामिल थे. तालिबान कार्यालय के समाचार पत्र के अनुसार नांगरहार प्रांत में रहने वाले तीनों युवाओं को अवैध संबंध होने के संदेह में हिरासत में लिया गया था. इसके बाद उन्हें यह सजा सुनाई गई थी. बीते कुछ महीनों में तालिबान ने किसी न किसी तरह के अपराध के चलते लगभग 250 लोगों की इसी तरह सरेआम पिटाई की है. तालिबान द्वारा बीते नवंबर से सरेआम कोड़े मारने का सिलसिला शुरू किया गया था. ऐसा समूह के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा के जजों से कोर्ट के फैसलों में शरीया कानून को लागू करने को कहने के बाद शुरू हुआ. बता दें कि इस कानून के अंदर फांसी की सजा देने का भी प्रावधान है. बीते कुछ महीनों में तालिबान द्वारा संचालित प्रशासन ने हेलमंड, फराह, तखर, लोगर, काबुल, बदख्शां, उरुजगान, जावजान, परवान, पक्तिया, पक्तिका, लघमन और कुछ अन्य प्रांत में सैकड़ों लोगों पर सरेआम कोड़े बरसाए हैं.