- सटीक रिपोर्टिग और डेटाबेस से कृषि जीडीपी में होगी बृद्धि
जौनपुर धारा, जौनपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को ऐग्रीस्टैक परियोजना अन्तर्गत जनपद स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि निदेशालय से लाइव स्ट्रिमिंग द्वारा ई-खसरा पड़ताल के सम्बन्ध में कार्मिकों को प्रशिक्षित किया गया। लाइव प्रशिक्षण के दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रशिक्षण में उपस्थित कार्मिकों को सम्बोधित करते हुए बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण फसलों को होने वाले नुकसान से बचाने और किसानों तक सरकारी अनुदान, योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार डिजिटल क्रॉप सर्वे ई-खसरा पड़ताल करा रही है। सभी फसलों के लिए यह सर्वे लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने नया ई-खसरा पड़ताल एप लांच कर सर्वे का शुभारंभ किया। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि इस सर्वे की कार्य योजना तैयार कर ली गई है, उद्देश्य है कि सम्बंधित डाटा की वास्तविकता का निर्धारण कर एक एकल सत्यापित स्रोत के रूप में ऐसे इको सिस्टम व डेटाबेस को विकसित किया जाएगा। जिसमें जरूरत पड़ने पर रियल टाइम में स्थितियों का आकलन किया जा सके। इसी के तहत योजना तैयार की जा सके। खरीफ फसल में सर्वे करने में बेहतर कार्य करने पर पंचायत सहायक विवेक कुमार सिंह को मुख्य सचिव द्वारा सम्मानित किया गया। प्रदेश मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से डिजिटल सर्वे एप डाउनलोड करना, सर्वे करने के तरीके और लाइव प्रसारण कर कार्मिकों को प्रशिक्षित किया। अपर मुख्य सचिव कृषि द्वारा बताया कि सर्वे में किसानों से जुड़े आंकड़ों के संकलन के पूरा हो जाने पर यह डाटाबेस के तौर पर उनकी स्थित का एक विस्तृत ब्यौरा पेश करने में सक्षम होगा। इसके आधार पर विभागों द्वारा किसानों को योजनाओं का लाभ पहुंचाने फसलों के मूल्य के निर्धारण में मदद सहित कई महत्वपूर्ण जानकारी किसानों को मिल सकेगी। 01 जनवरी से 15 फरवरी के मध्य रबी सीजन की फसलों के सर्वेक्षण की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह, उप कृषि निदेशक हिमांशु पांडेय, उप परियोजना निदेशक आत्मा जनपद मास्टर ट्रेनर डा.रमेश चंद्र यादव, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, डा.स्वाति पाहूजा, अमित कुमार तथा सभी जनपद स्तरीय एवं तहसील स्तरीय प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर तथा विभिन्न तहसीलों के नामित सर्वेयर, सुपरवाइजर एवं वेरिफायर प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद रहे।