जौनपुर। शुक्रवार/शनिवार की आधी रात को गरज चमक के साथ बरसात होने लगी। जिसके किसानों के चेहरे खिल उठे। वहीं लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत की सांस ली। हांलाकि मानसून ने पूरे उत्तर प्रदेश में दस्तक दे दिया। लेकिन जौनपुर को अभी तक अच्छी बरसात नहीं मिली थी वहीं बीती रात देर तक हुई बरसात के बाद शनिवार को दिन में भी आधे घंटे तक मुसलाधार बारिश देखने को मिली।
पिछले कुछ दिनों से बारिश न होने से उमस और गर्मी से लोग परेशान थे, लेकिन शुक्रवार को हुई वर्षा से काफी राहत मिली। गरज चमक के साथ हुई बरसात से लोगों को गर्मी से राहत मिली। इसके पूर्व दोपहर में भी तेज हवाओं के साथ शहर में झमाझम बरसात होने लगी। इसके बाद मौसम साफ हो गया और दिन में धूप भी निकली। आधी रात को अचानक देखते ही देखते जिले भर में तेज हवाओं व गरज चमक के साथ बरसात होने लगी। इस दौरान बादलों की चमक व गरज से लोग सहम गए। घंटो हुई बरसात से बिजली की आपूर्ति ठप कर दी गई। बरसात से कलेक्ट्रेट परिसर में जल जमाव भी देखने को मिला। सिविल लाइन्स चौकी तक को जाने वाले मार्ग पर घण्टों पानी का जमाव लगा रहा। वहीं लोगों ने मौसम का आनन्द लेते हुए कहा आखिरकार इंतजार खत्म हुआ और मानसून की पहली अच्छी बारिश ने पूरे जिले में राहत की सांस भर दी। गर्मी के सितम से जूझते लोगों को राहत दिलाते हुए तापमान में भी अच्छी गिरावट दर्ज की गई। वहीं इस बारिश से धान की खेती के लिए संजीवनी से कम नहीं है। रोपाई के लिए जमीन तैयार हो चुकी है, किसानों को सिंचाई की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ेगी और समय पर फसल लगाई जा सकेगी। गन्ना, बाजरा और अन्य फसलों को भी इस बारिश से ताजगी और नमी मिलेगी, जिससे उत्पादन बेहतर होने की उम्मीद है। किसान इस बात से भी खुश हैं कि अब उन्हें ट्यूबवेल या पंपिंग सेट पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, जिससे डीजल और बिजली का खर्च भी बचेगा।
पहली बारिश में ही खस्ता हाल हो गई सड़कें

बीती रात मूसलाधार बारिश के अगले दिन शनिवार को शहर से लेकर देहात तक की स्थिति बद से बदतर हो गई। शहर की कलेक्ट्री कचहरी रोड की दो जगहों की सड़के धंस गई, जगह-जगह गड्ढे हो गए। इनका असर शहर की यातायात पर भी पड़ रहा है। जब से सीवर पाइप लाइन का कार्य हुआ है तब से आज तक जौनपुर को परेशानियों का ही सामना करना पड़ा है। हर बरसात कहीं न कहीं यह मामला नजर आ ही जाता है। जानकारों की माने तो सीवर पाइप लाइन के लिकेज होने के कारण भी सड़क के बीचों-बीच कहीं भी होल हो सकता है। एक तो शास्त्री पुल के नीचे और दूसरा कचहरी से कुछ ही दुरी पर सड़क धंस गई है। शास्त्री पुल के नीचे सड़क इस कदर धंस गई कि देखते ही बन रहा है। सड़क धंसने की वजह से लोगों को जाम की समस्याओं से जूझना पड़ा। नगर निगम को सामान्य विभाग के इंजीनियरों को बुलाकर सड़क के गड्ढे में मलबा फेंकवाने के साथ ही यह गड्ढे किस कारण हो रहें है इसका पता लगाना भी अति आवश्यक है। इसके पीछे दो ही कारण हो सकता है या तो सीवर के कार्यों में भारी अनियमितता बरती गई है और या तो सीवर की पाइपे कई स्थानों पर से लिकेज हो। हांलाकि असल मामला क्या है यह तो जांच का विषय है।
सड़क धंसने पर आप पार्टी ने जताया विरोध

जौनपुर। आप पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अचानक से बरसात के बाद हुए गड्ढे को कार्य में अनियमितता बताते हुए कहा कि अमृत योजना विष योजना बन गई है, पहली बारिश में ही शहर की सभी प्रमुख सड़कें धंस गई।
ओलंदगंज से मच्छरहट्टा होते हुए कचहरी जाने वाली सड़क पर प्रेम गाढ़ा के पास स्थित पुल के नीचे सड़क लगभग 10फिट अंदर घुस गई। यही हाल सिटी स्टेशन रोड का भी हुआ है, इसके पहले पॉलिटेक्निक से ओलंदगंज की सड़क लगभग 1 किलोमीटर तक धंस चुकी है। अभी कुछ दिन पहले खास ओलंदगंज बाजार में भी सड़क में अचानक से 10फिट गड्ढा हो गया था। टीचर्स कॉलोनी मुरादगंज में गली नाले में तब्दील हो चुकी है। सड़कों के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्टी लगातार आवाज बुलंद कर रही है।