- नये चेहरों को देख वर्तमान चेयरमैनों को सताने लगा कुर्सी का खतरा
जौनपुर धारा, जौनपुर। नगर निकाय चुनावों को लेकर बिसात सजने लगी है। आरक्षण जारी होते ही शहर में चुवानी सरगर्मी तेज हो गई है। वार्डों के परिसीमन की प्रक्रिया के साथ मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य के बीच होर्डिंग, बैनर और पोस्टर वार छिड़ गया है। यह पोस्टर उन दावेदारों के हैं, जिन्होंने पालिका का चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी है। जनपद पर इसको चुनावी समीकरण से जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा, नई बनी नगर पंचायतों में भी माहौल बदला हुआ है और दावेदारों की लंबी फेहरिस्त सामने आ रही है। वार्डों के सभासद खासे चिंतित हैं, उनकी पहली समस्या परिसीमन के बाद वार्ड में शामिल नए इलाकों के मतदाताओं को साधना है और दूसरा संभावित प्रत्याशियों द्वारा पोस्टर वार शुरू कर देना है। इस बदले परिदृश्य से चेयरमैन को भी अपनी कुर्सी पर खतरा मड़राता भी दिख रहा है। निकाय चुनाव को लेकर सर्वाधिक दबाव भाजपा व सपा के नेतृत्व पर दिखाई पड़ रहा है। क्योंकि टिकट के ज्यादातर दावेदारों का जोर इन्ही पार्टीयों से टिकट हासिल करने में है। हर निकायों से एक-एक दर्जन दावेदार हैं और विभिन्न माध्यमों से टिकट के लिए जोर लगाना शुरू कर दिया है। ऐसे में पार्टी के वर्तमान चेयरमैन की नींद उड़ी हुई है। इस बीच अपनी पहचान बनाने के लिए बहुत से दावेदारों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में अपने बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स सजा दिए। ऐसे में शहर का चुनावी पारा चढ़ गया है। भाजपा के अलावा सपा, बसपा, कांग्रेस, आप आदि पार्टियों में चुनाव के दावेदार ताल ठोकते नजर आ रहे हैं। सियासी दल नगर निकाय चुनाव की तैयारियों में महीनों से जुटे हैं। निकाय चुनाव के दावेदार जनता के बीच मेहनत कर रहे हैं, तो वहीं लाखों रुपए खर्च कर चुके हैं। हर किसी को लंबे समय से निकाय चुनाव के आरक्षण और अधिसूचना का इंतजार था, आरक्षण तो आ चुकी है लेकिन अधिसूचना का इन्तेजार अभी भी बेसब्री से है। इसी बीच सियासी दलों से खुद को दावेदार बता रहे लोग लखनऊ कार्यालयों का चक्कर काटना शुरू कर दिए हैं। सभी पार्टियों के संगठन के पदाधिकारी दावेदारों के आवेदन को अंतिमरूप देने में जुट गए हैं। क्योंकि, चुनाव की घोषणा होने के बाद कम ही समय में चुनाव कराया जाएगा। यूपी की निकायों का कार्यकाल 5 और 8 जनवरी तक है। इससे पहले मतदान कराने की तैयारी होगी। क्योंकि, पिछली बार 2017 निकाय चुनाव की अधिसूचना 27 अक्टूबर को लगी थी। इसके बाद दिसंबर के पहले सप्ताह तक मतगणना करा कर चुनाव संपन्न करा दिया गया था। जौनपुर के 3 नगर पालिका व 9 नगर पंचायत है जिनके कई ऐसे सीट भी है जो वर्तमान चेयरमैरन तो है लेकिन उन्हे अपने कार्यकाल के अपेक्षा कुर्सी जाने का खतरा नजर आ रहा है।