शाहजहांपुर जिले के किसानों के खेतों में अब धान, गेहूं और गन्ने की फसलों के अलावा फलों और सब्जियों के पौधे भी लह-लहाएंगे. फल और सब्जियां की खेती करने के लिए जिला उद्यान विभाग लगातार किसानों को जागरुक कर रहा है. विभाग द्वारा किसान गोष्टियों और कार्यशाला के द्वारा किसानों को बताया जा रहा है कि परंपरागत खेती के मुकाबले उद्यान की खेती बेहद लाभदायक होगी.
जिला उद्यान अधिकारी डॉ राघवेंद्र सिंह ने कहा कि परंपरागत फसलों में किसानों को लागत ज्यादा लगानी पड़ती है और आमदनी कम होती है. ऐसे में किसानों को बताया जा रहा है कि उद्यान की खेती करने से किसानों को परंपरागत खेती के मुकाबले 30% से 40% का ज्यादा मुनाफा होगा. डॉ राघवेंद्र सिंह ने आगे कहा कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत विभाग की ओर से किसानों को नि:शुल्क बीज और पौधे भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
सहफसली भी कर सकते हैं किसान
डॉ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि अगर आप फलों के पौधे लगाते हैं तो उसमें सहफसली भी कर सकते हैं. जिससे किसान कम क्षेत्रफल में ज्यादा मुनाफा कमा सकते है. उद्यान की खेती में परंपरागत फसलों के मुकाबले रिस्क भी काम रहता है. उद्यान की फसलों की मांग भी लगातार बढ़ रही है. उद्यान की खेती में पानी की भी ज्यादा आवश्यकता नहीं पड़ती.
पिंक ताइवान से किसान हो रहे मालामाल
डॉ राघवेंद्र सिंह ने आगे बताया कि जानकारी देते हुए बताया कि जिले के कई किसान पिंक ताइवान अमरूद की खेती कर रहे हैं. जिनसे उनको लाखों रूपयों की कमाई हो रही है. डॉ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि जो किसान फलों के पौधे लगाना चाहते हैं उनके लिए आने वाला फरवरी का महीना बेहद ही अच्छा हो सकता है. विभाग फलों के पौधे लगाने वाले किसानों को मुफ्त में पौधे उपलब्ध भी कर रहा है.