नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के वड़ोदरा में स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। इस कॉम्प्लेक्स में सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बनेंगे। स्पेन और भारत के बीच 56 विमान बनाने का समझौता हुआ है। इस मौके पर पीएम मोदी ने टाटा संस के पूर्व चेयरमैन दिवंगत रतन टाटा को याद किया। उन्होंने कहा कि आज अगर वो हमारे साथ होते, तो उन्हें बहुत खुशी होती।
प्रधानमंत्री ने टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन पश्चात रतन टाटा को याद करते हुए कहा कि, ‘हाल ही में हमने देश के महान सपूत रतन टाटा को खो दिया। अगर वो आज हमारे बीच होते, तो उन्हें बेहद खुशी होती, लेकिन उनकी आत्मा जहां भी होगी, उन्हें जरूर खुशी होगी। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर संबोधित करते हुए आगे कहा कि यह सी-295 विमान फैक्ट्री नए भारत की नई कार्य संस्कृति को दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब वडोदरा में ट्रेन के कोच बनाने के लिए एक फैक्ट्री लगाने का फैसला किया गया था। फैक्ट्री को रिकॉर्ड समय में प्रोडक्शन के लिए तैयार भी कर दिया गया था और आज हम उस फैक्ट्री में बने मेट्रो कोच को दूसरे देशों में निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि भविष्य में इस फैक्ट्री में बने विमान भी दूसरे देशों में निर्यात किए जाएंगे। बता दें कि घर की रसोई में इस्तेमाल होने वाले नमक से लेकर हवाई जहाज तक कारोबार करने वाले टाटा ग्रुप को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा का निधन बीते 9 अक्टूबर को हो गया था. उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली थी। देश के दिग्गज उद्योगपतियों में शुमार रहे रतन टाटा भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण (2008) और पद्म भूषण (2000) से सम्मानित शख्सियत थे। रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ था।
56 विमानों के लिए किया गया करार
स्पेन और भारत के बीच 56 विमान बनाने का समझौता हुआ है। पहले 16 विमान स्पेन में बनेंगे जबकि बाकी के 40 विमानों को टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड बनाएगी। देश में पहली बार एक निजी कंपनी मिलिट्री के लिए प्लेन मैन्युफैक्चरिंग करेगी। बता दें कि देश की पहली निजी फाइलन असेंबली लाइन है, जो मिलिट्री एयरक्राफ्ट बनाएगी। भारतीय वायुसेना के लिए ट्रांसपोर्ट विमान बेहद जरूरी हैं. ताकि सैनिकों, हथियारों, ईंधन और हार्डवेयर को एक जगह से दूसरी जगह पहुचा सकें।