सोहन यादव, करंजाकला
जौनपुर धारा, जौनपुर। जिले में स्थित सिद्धिकपुर के राजकीय आईटीआई कॉलेज में डीएम के आदेश की अवहेलना करने का मामला प्रकाश में आया है। जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद कॉलेज में ताला लटकता रहा और कर्मचारी कामकाजी समय में आराम फरमाते रहे। कुछ दिन पहले डीएम ने मुख्यमंत्री के आदेश पर दिवाली के अवसर पर दी गई छुट्टी के अतिरिक्त आदेश दिया था कि दूसरे शनिवार की छुट्टी रद्द की जाए, ताकि सरकारी दफ्तरों में कामकाजी समय के दौरान कोई रुकावट न आए। इसके तहत जिले के सभी सरकारी कार्यालयों और संस्थाओं को खुले रखने के निर्देश थे। लेकिन इसके बावजूद सिद्धिकपुर स्थित राजकीय आईटीआई कॉलेज के कर्मचारियों ने जिलाधिकारी के आदेश की अनदेखी करते हुए कॉलेज में ताला लगा दिया और पूरे दिन की छुट्टी मना ली। इस घटना से सरकारी आदेशों की गंभीरता पर सवाल उठने लगे हैं। सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों द्वारा किए गए इस कार्य से यह सवाल भी उठता है कि क्या सभी कर्मचारी सरकारी आदेशों का पालन करने के लिए तैयार हैं, या उनकी ओर से लगातार आदेशों की अवहेलना की जा रही है। स्थानीय लोगों और विद्यार्थियों ने इस मुद्दे पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यदि इस प्रकार के प्रशासनिक आदेशों की अनदेखी की जाएगी, तो सरकारी कार्यों में रुकावट आ सकती है और विद्यार्थियों का भविष्य प्रभावित हो सकता है। प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी और संबंधित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकारी आदेशों का पालन सभी को करना चाहिए और इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है कि जिलाधिकारी के आदेश को ताख पर रखकर राजकीय आईटीआई सिद्धिकपुर शनिवार को ताला लटका हुआ है। जिसमें आईटीआई के सुनील प्रजापति ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम लोग कार्यालय खोल कर बैठे हैं। बच्चे नहीं आए हैं, आईटीआई ग्रुप में कार्यालय खोलने का आदेश जिलाधिकारी का है ना कि बंद करने का इसके बारे में प्रधानाचार्य ने कोई नोटिस नहीं दिया। उसके बाद भी उनके ऑफिस में ताला लटका हुआ है। बच्चे नहीं आए हैं जिसमें कर्मचारी के रूप में अजय ने बताया कि कार्यालय खुला है। सारे कमरों का तालाब बंद क्यों है इसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। प्रधानाचार्य मनीष कुमार पाल ने कहा कि मैं 5 दिन की छुट्टी पर हूं कार्यवाहक के रूप में अखिलेश सिंह देख-रेख कर रहे हैं। कार्यवाहक के रूप में अखिलेश सिंह ने कहा कि रास्ते में आते समय गाड़ी खराब हो गई थी और जिनको कमरे का ताला खोलने के लिए सौंपा गया था। वह भी देरी से आए इसलिए कमरे का ताला बंद था और पहुंचने के बाद सारे कमरे का ताला खोला गया है। बच्चे बहुत काम आए थे राजकीय आईटीआई खुला हुआ था। मामले में जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने कहा कि मामले को गंभीरता से लेकर जांच कराई जायेगी तथा दोषी पाये जाने पर कार्यवाही भी होगी।