वाराणसी : बीएचयू और आईआईटी के बीच बाउंड्री वॉल मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. रविवार को विश्वविद्यालय और आईआईटी संस्थान के अफसरों ने बैठक के बाद यह साफ कर दिया है कि कैंपस में कहीं भी किसी तरह का बाउंड्री वॉल नहीं तैयार किया जाएगा. यह स्वाभाविक तौर पर ठीक नहीं है और इससे कैंपस में महिला छात्रों की समस्या को भी दूर नहीं किया जा सकता है. बीएचयू पीआरओ सेल की ओर से जारी प्रेस रिलीज में इस बात की पुष्टि की गई है.
तीन घंटे के मैराथन बैठक और विश्वविद्यालय की ओर से इस सम्बंध में बनाई गई कमिटी ने यह फैसला लिया है. इसके अलावा बैठक में बीएचयू कैंपस में महिलाओं के सुरक्षा के लिए तमाम इंतजाम करने पर भी चर्चा की गई. बताते चलें कि बीएचयू और आईआईटी के बीच फिजिकल बाउंड्री वॉल को लेकर बीतें 2 दिनों से छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहें है. जिसको लेकर कैंपस में तनाव है. इस मुद्दे को लेकर 6 नवंबर यानी सोमवार को भी प्रोफेसर और छात्रों ने बड़ा आंदोलन की तैयारी की है. जिसमें महामना की बगिया को बचाने के लिए बीएचयू विश्वनाथ मंदिर से मालवीय भवन तक विशाल रैली निकाली जाएगी. इसके अलावा इसको लेकर ट्विटर पर भी हैशटैग चलाया जा रहा है. बाकायदा #हम_बीएचयू_के_लोग के नाम से लोग लगातार ट्वीट ट्रेंड कर रहा है. इस हैशटैग के साथ लगातार लोग बीएचयू विभाजन के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर सामने रख रहें है.
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