मेरठ: यूपी नगर निकाय चुनाव में बगावत भी चरम पर है. खासतौर से सपा, बसपा में बगावती सबसे ज्यादा है. सपा छोड़कर भाजपा ज्वाइन करने वालों की लंबी कतार है. बसपा से भी एक से बढ़कर एक महारथी पार्टी छोड़ केसरिया हो रहे हैं. मेरठ में आज बहुजन समाज पार्टी (BSP) के चार और सपा (SP) के एक नेता ने अपनी-अपनी पार्टी छोड़ दी. ये सभी पार्टी में अच्छा पद रखते थे. कोई मण्डल कोआर्डिनेटर तो कोई किसी पद पर. लेकिन इन नेताओं ने पाला बदल लिया.
सपा बसपा के जिन पांच नेताओं ने आज मेरठ में अपनी अपनी पार्टी छोड़ी, वो ढोल नंगाड़े के साथ भाजपा के चुनाव कार्यालय पहुंचे. काफी देर तक यहां जश्न मनाया गया. फिर सबने अपने-अपने गले से सपा बसपा का पटका उतारकर भाजपा ज्वाइन कर ली. पार्टी ज्वाइन करते ही सभी भारत माता के जयकारे लगाने लगे. भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद, नरेंद्र मोदी जिंदाबाद, योगी आदित्यनाथ के भी नारे लगाने लगे. जिन नेताओं ने सपा, बसपा छोड़कर आज भाजपा ज्वाइन की है, उनमें से सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ रहे प्रदीप गुर्जर ने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया. वहीं बसपा के पूर्ण मण्डल महासचिव रामजीवन लाल. पूर्व पार्षद बसपा प्रदीप गुप्ता. बसपा के मण्डल कोआर्डिनेटर राजीव आर्य बसपा के पूर्व लोकसभा प्रभारी संजय सिंह जाटव ने भाजपा ज्वाइन कर ली है. इधर इन बगावती नेताओं से सपा कैसे निपटेगी…सवाल पूछने पर समाजवादी पार्टी की मेयर कैंडिडेट सीमा प्रधान असहज हुई. बोली पूरी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेंगे और जीत हासिल करेंगे. मेरठ में सपा रालोद आसपा गठबंधन की प्रत्याशी का कहना है कि सब ठीक हो जाएगा. एकजुटता को दिखाने के लिए मेरठ में आज सपा रालोद आसपा की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. इस संयुक्त प्रेस वार्ता में सपा रालोद के नेताओं ने एक सुर में कहा कि एक मुट्ठी बनकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि राजनीति की नाव में छेद कर अपनी पूर्व पार्टी को छोड़ने वाले वाले नेताओं से गठबंधन कैसे निपटेगा.