भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे में बीते रविवार 18 साल के एक छात्र ने परिसर में बने हॉस्टल की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद पवई पुलिस ने इस पूरे मामले में एक्सिडेंटल डेथ का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी.
जानकारी के मुताबिक, मृतक छात्र की पहचान दर्शन सोलंकी के नाम से की गई है. छात्र गुजरात के अहमदाबाद का था और IIT में केमिकल इंजिनियरिंग के फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था. पुलिस के मुताबिक, छात्र रविवार सुबह 11:30 बजे सातवीं मंजिल से गिरा था. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. वहीं, कुछ छात्रों ने आरोप लगाया है कि कैंपस में अनुसूचित जाति के छात्र के साथ कथित तौर पर भेदभाव किया जा रहा था. इससे उसने आत्महत्या का कदम उठाया. दर्शन ने आत्महत्या से ठीक एक दिन पहले यानी शनिवार के दिन का अपना सेमेस्टर एग्जाम खत्म किया था. ऐसे में पुलिस अब इस मामले की भी जांच कर रही है कि क्या दर्शन ने एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन नहीं किए जाने के डर से आत्महत्या की है. वहीं, दूसरी तरफ आईआईटी कैंपस के अंदर APPSC- IIT अंबेडकर- पेरियार- फुले स्टूडेंट सर्कल छात्र संगठन के तरफ से दर्शन सोलंकी को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी किया गया है. अंबेडकर- पेरियार- फुले स्टूडेंट सर्कल छात्र संगठन का आरोप है कि दर्शन सोलंकी ने इसलिए आत्महत्या की क्योंकि कैंपस में उसको जाति को लेकर परेशान किया जा रहा था. मामले की गंभीरता को देखते हुए, आईआईटी बॉम्बे की तरफ से दर्शन सोलंकी की मौत की जांच करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है.