यूपी बोर्ड 10वीं क्लास की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू होने वाली है. यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल और फ्रॉड रोकने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद हर संभव कदम उठा रहा है. नकल और धांधली रोकने के लिए कॉपियों पर क्यूआर कोड छापने से लेकर सीसीटीवी से निगरानी जैसे सख्त कदम उठाए गए हैं. यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया है कि बोर्ड परीक्षाओं में नकल पर रोकथाम के लिए एसटीएफ और एलआईयू की टीमें भी लगाई गई हैं. यदि कोई नकल कराता पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी.
16 मार्च से शुरू हो रही हाईस्कूल की परीक्षा 8753 केंद्रों पर होगी. इसमें से 242 केंद्रों को अति संवेदनशील और 936 केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है. संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों की सूची पुलिस और खुफिया एजेंसियों को सौंपी गई है. परीक्षा को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए पूरे प्रदेश में 1390 सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं. साथ ही 455 जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. इसके अलावा, प्रदेश स्तर पर 75 आब्जर्वर तैनात किए गए हैं. नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए 521 सचल दस्तों को गठित किया गया है. परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लि लाइव मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है. लाइव मॉनिटरिंग में परीक्षा केंद्र पर हो रही हर एक गतिविधि पर नजर रहेगी. परीक्षार्थियों व अन्य के लिए टोल फ्री नंबर, वॉट्सएप नंबर और ईमेल आईडी जारी की गई है.