एकतरफ चीन में कोरोना वायरस का बम फूटा हुआ है और जिंदगी अस्त व्यस्त हो गई है, वहीं अमेरिका एक दूसरे संकट से जूझ रहा है. यहां बम साइक्लोन यानी ‘सर्दियों के तूफान’ ने लाखों लोग की जिंदगी ठप कर दी है. बर्फीले तूफान ने क्रिसमस के जश्न की सभी प्लानिंग धोकर रख दी है. मजबूरी में लोग अपने घरों के अंदर कैद होने को मजबूर हैं.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बम साइक्लोन से 14 लाख से अधिक घरों की बिजली गुल हो चुकी है. तापमान -45 डिग्री तक गिर चुका है. ब्लैकआउट और तापमान में गिरावट के कारण जिंदगी ठहर से गई है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अमेरिका के पश्चिमी राज्य मोंटाना में न्यूनतम तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. नेशनल वेदर सर्विस का कहना है कि डेस मोइनेस, आयोवा में तापमान -37°F (-38°C) रहा, जो 5 मिनट से भी कम समय में फ्रॉस्टबाइट पैदा कर सकता है. आसान शब्दों में कहें तो अगर इस स्थिति में आदमी खुली हवा के संपर्क में आए तो ठंड से उसकी स्किन डेड हो सकती है. इस आपदा में अभी तक करीब 48 लोगों की मौत की भी खबर है. सबसे ज्यादा 27 मौत न्यूयॉर्क में हुई है.
The scene at Hoaks restaurant in Hamburg is surreal. It looks like an Ice Castle! @news4buffalo pic.twitter.com/aNRC8Z1UnR
— Chris (@CBNEWSPHOTOG) December 24, 2022
NEW VIDEO: Snow drifts are reaching the height of SUVs in the Buffalo area as this historic blizzard gradually winds down. Some cars have been abandoned in the middle of roads during the height of the lake-effect snowstorm. #NYwx #snow pic.twitter.com/0v90aofgsX
— WeatherNation (@WeatherNation) December 25, 2022
ओहियो के गवर्नर के मुताबिक, मौजूदा स्थिति की वजह से सबसे ज्यादा मौत सड़कों पर हो रही है. उन्होंने लोगों से हालात सामान्य होने तक घरों में रहने की अपील की है. वहीं, न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल ने शहर में इमरजेंसी की घोषणा कर दी है. यहां भी तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है. हालात कितने बुरे हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घरों के अंदर बर्फ जम रही है.