- नगर पालिका की लापरवाही से सड़क पर बह रहा हजारों लीटर पानी
- सड़क के बीचों-बीच निकल रहा तीन फीट तक उचांई का फव्वारा
- रोजाना उसी रोड से गुजरता है जिलाधिकारी का काफिला

जौनपुर धारा, जौनपुर। एक ओर सरकार जल बचाओ अभियान में लाखों रुपये खर्च कर लोगों को जागरूक कर रही है। वहीं जनस्वास्थ्य विभाग के ढुलमुल रवैये के चलते प्रतिदिन सैकड़ों लीटर पानी व्यर्थ सड़क पर बह रहा है। लाइन लीकेज से सड़क के मुख्य मार्गों से लेकर गलियों तक कई स्थानों पर पानी निकल रहा है। बीच सड़क पर पाइपलाइन लीकेज होने से रोजाना हजारों लीटर पानी सड़कों पर बह रहा है। रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है लेकिन उसको बनवाने के लिए कोई अधिकारी कर्मचारी सामने नहीं आ रहा है। डीएम सहित तमाम अधिकारी व जन प्रतिनिधियों का अक्सर उसी रोड से आवागमन लगा रहता है लेकिन सड़क से निकलने वाला फव्वारा उन्हें नहीं दिखाई देता। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पानी बचाने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं तथा विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार में लाखों रूपये खर्च हो रहा है। वहीं अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पानी फालतू वेस्ट ना हो। पानी बचाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े-बड़े तालाब तक खुदवाए गए हैं। जिससे पानी को स्टोर किया जा सके और सुखा जैसी स्थिति से निपटने के लिए उसी पानी को यूज किया जाए। लेकिन जौनपुर नगर पालिका के जिम्मेदार मुख्यमंत्री के आदेश को दरकिनार कर अपनी मनमानी करते हैं। मामला ओलंदगंज–कचहरी रोड स्थित शेखपुर मोहल्ले का है। यहां ओवरब्रिज के पास सप्लाई के पानी की पाइप पिछले एक हफ्ते से फटी है जाहँ जमीन से लगभग तीन फिट उंचा का फव्वारा निकल रहा है। नगर पालिका की लापरवाही के कारण रोजाना हजारों लीटर पानी वेस्ट हो रहा है। जब तक सप्लाई का पानी चालू रहता है तब तक लगातार पानी गिरता रहता है। जिसकी वजह से आने जाने वाले राहगीरों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पानी रोजाना बह रहा है लेकिन नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को भी कोई फिक्र नहीं है। नगर पालिका की नवनिर्वाचित चेयरमैन जिनके ऊपर नगर की जनता ने यह भरोसा करके पालिकाध्यक्ष चुना कि इस तरह की समस्याओं को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा। लेकिन उनका भी ध्यान इस तरफ नहीं है। यही नहीं जिलाधिकारी खुद उसी रास्ते से रोजाना आते जाते हैं और सड़क के बीचो-बीच से निकलने वाले 3 फीट के फव्वारे को अनदेखा करके निकल जाते हैं। भीषण गर्मी पड़ रही है जिससे जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। ऐसे में विभाग की यह लापरवाही कोढ़ में खाज उत्पन्न करने जैसी स्थिति उत्पन्न कर रही है।