Khalistani Leader Amritpal Singh: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने रविवार को हिरासत में ले लिया. अमृतपाल सिंह शाहकोट के पास गुरुद्वारा में थे.
सूत्रों के मुताबिक, सिंह सरेंडर करने की फिराक में था. पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ शनिवार को बड़ी कार्रवाई शुरू की थी. पुलिस ने अमृतपाल सिंह की कार का पीछा किया था, हालांकि वह भागने में सफल रहा था. पुलिस के मुताबिक, अमृतपाल सिंह के नेतृत्व वाले ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) के 112 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं. पुलिस ने कहा कि अब तक .315 बोर की एक राइफल, 12 बोर की सात राइफल, एक रिवॉल्वर और 373 कारतूस सहित नौ हथियार बरामद किए गए हैं. पुलिस ने रविवार को बताया कि अवैध हथियार रखने के मामले में भी पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. गिरफ्तारी के मद्देनजर पंजाब में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं और शनिवार शाम से इंटरनेट बंद है. अधिकारी ने रविवार को बताया कि पंजाब में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर निलंबन की अवधि सोमवार दोपहर तक बढ़ाई गई है. अधिकारियों के मुताबिक, 24 फरवरी को अजनाला थाने पर हमले के लिए डब्ल्यूपीडी से जुड़े के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पिछले महीने, अमृतपाल और उसके समर्थकों ने तलवारें और बंदूकें लहराते हुए अवरोधकों को तोड़ दिया और अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाना में घुस गए. वे सभी अमृतपाल के एक सहयोगी की रिहाई की मांग कर रहे थे. इस घटना में एक पुलिस अधीक्षक सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. दुबई में रह चुके अमृतपाल सिंह को पिछले साल ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनाया गया था, जिसकी स्थापना अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने की थी. दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी.