तेलंगाना में 30 नवंबर को 119 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है. अगर यहां की बात करें तो मैदान में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), कांग्रेस, बीजेपी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन सहित कई अन्य दल मैदान में हैं, लेकिन महिलाओं को टिकट देने में इन दलों ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है.
2018 में हुए चुनाव में 1,821 उम्मीदवार मैदान में थे. इसमें महिला प्रत्याशियों की संख्या 140 थी. इन 140 में भी 99 उम्मीदवार सामान्य वर्ग से, जबकि 26 एससी वर्ग से और 15 एसटी वर्ग से थीं. खानापुर सीट से तेलंगाना राष्ट्र समिति की अजमेरा रेखा ने कुल 67,138 वोटों से जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस पार्टी के उपविजेता रमेश राठौड़ ने 46,428 वोट हासिल किए. मेडक निर्वाचन क्षेत्र से तेलंगाना राष्ट्र समिति की पद्मा देवेंदर रेड्डी एम ने कांग्रेस उम्मीदवार अम्मारेड्डी गारी उपेंदर रेड्डी के खिलाफ जीत दर्ज की थी. पद्मा देवेंदर रेड्डी को 97,670 वोट मिले, जबकि अम्मारेडी गारी उपेंदर रेड्डी को 49,687 वोट मिले. महेश्वरम सीट से चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस पार्टी की पाटलोल्ला सबिता इंद्रा रेड्डी ने टीआरएस की तेगला कृष्णा रेड्डी के खिलाफ जीत दर्ज की थी. पाटलोल्ला को 95,481 वोट मिले थे. अलायर सीट से टीआरएस उम्मीदवार गोंगिडी सुनीता ने कुल 94,870 वोटों के साथ जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार बुदिदा बिक्षामैया को 61,784 वोट मिले. मुलुग सीट से कांग्रेस की अनसूया दंसारी ने कुल 88,971 वोटों से जीत हासिल की, जबकि टीआरएस के अजमीरा चंदूलाल को केवल 66,300 वोट मिले. येलांडु सीट से कांग्रेस की हरिप्रिया बनोथ ने 70,644 वोटों के साथ जीत हासिल की, जबकि टीआरएस के कनकैया कोरम को 67,757 वोट मिले.