बाराबंकी. बाहुबली मुख्तार अंसारी की गैंगस्टर मामले में बाराबंकी जिले की एमपी-एमएलए कोर्ट में वर्चुअल पेशी हुई. पेशी के दौरान विशेष सत्र न्यायाधीश कमल कांत श्रीवास्तव के सामने मुख्तार अंसारी ने सबसे पहले मी लार्ड! शुक्रिया कहा और उनका आभार जताया. मुख्तार ने जज को बांदा जेल में अपने वकील से मिलने की जानकारी दी. इसके साथ ही यह भी कहा कि साहब आपकी कृपा से लखनऊ का लजीज आम और केले का स्वाद भी उसने चख लिया है. इसके बाद कोर्ट की आगे की कार्रवाई की गई.
अपनी पेशी के दौरान बाहुबली मुख्तार अंसारी ने एक बार फिर खुद को निर्दोष बताया. मुख्तार ने जज के सामने एम्बुलेंस मामले में अपने ऊपर लगे सभी केसों को गलत व बेबुनियाद करार दिया. उसने कहा कि जब एम्बुलेंस का मुकदमा दर्ज हुआ था, तब मैं विधायक था. उस दौरान राज्य सरकार की अनुमति के बिना हम पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता था. इसके अलावा भी मुख्तार ने जज के सामने कई तथ्य रखे, जिसके बाद जज कमल कांत श्रीवास्तव ने मामले की सुनवाई के लिए 22 मई को अगली तारीख दी है. बता दें कि गत 10 मई को गैंगस्टर के अलग-अलग मुकदमों में बाहुबली मुख्तार अंसारी की बाराबंकी में वर्चुअल पेशी हुई थी. इस दौरान उसने लखनऊ के लजीज आम और केले खाने की इच्छा जताई थी. जेल में फल नहीं मिलने पर डॉन मुख्तार अंजारी जज के आगे गिड़गिड़ाया था. उसने जज से फरियाद लगाई थी कि साहब उसे फल उपलब्ध करवा दिये जाएं. मुख्तार ने फरियाद लगाई थी कि उसके वकील जब बांदा जेल में उससे मिलने आएं, तो केला और लखनऊ के आम लेते आएं, जिसकी इजाजत जज ने दी थी. जिसके बाद उसे यह चीजें उपलब्ध हुई थीं. मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि विशेष सत्र न्यायाधीश कमलकांत श्रीवास्तव ने मुख्तार अंसारी से पेशी के दौरान पूछा कि जेल में आपकी अपने वकील से मुलाकात हुई? इस पर मुख्तार ने कहा कि साहब मुलाकात भी हो गई और जो खाने पीने का सामान आपके सामने कहा था वह भी मिल गया है. इसके बाद आगे की कार्रवाई हुई और जज ने अगली सुनवाई के लिए 22 मई की तारीख दे दी.