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पेरू के वामपंथी राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को सांसदों ने पद से हटाया

पेरू में एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल मच चुकी है. पेरू के वामपंथी राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को सांसदों ने उनके पद से हटा दिया है. उनकी जगह उपराष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे को देश का अगला राष्ट्रपति बनाया गया. यहां 200 साल से ज्यादा के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार किसी महिला को राष्ट्रपति बनाया गया है.

बता दें कि, 130 सदस्यीय कांग्रेस में 101 विधायकों ने राष्ट्रपति ड्रो कैस्टिलो को पद से हटाने के लिए मतदान किया था. इस दौरान महाभियोग के पक्ष में 101 वोट पड़े और इसके खिलाफ सिर्फ छह लोगों ने वोट किया, जबकि 10 सांसदों ने पूरी तरह से वोटिंग प्रक्रिया से दूरी बनाकर रखी थी. डीना बोलुआर्टे पेरू की एक वकील और राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने 7 दिसंबर 2022 से पेरू की राष्ट्रपति के रूप में कमान संभाल ली है. वह अब पेरू की पहली महिला राष्ट्रपति बन गई हैं. बोलुआर्टे का जन्म 31 मई 1962 को अपुरिमेक के चलहुआंका में हुआ था. उन्होंने सैन मार्टिन डी पोरेस यूनिवर्सिटी से वकालत की पढ़ाई की है. बोलुआर्टे लीमा में अप्यूरिमैक क्लब की अध्यक्ष हैं. हालांकि, वह 2018 में फ्री पेरू पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए लीमा के सुरक्विलो जिले की मेयर बनने में असफल रही थीं. उन्होंने फ्री पेरू के लिए 2020 में हुए संसदीय चुनावों में भी भाग लिया था, हालांकि उन्हें तब भी कांग्रेस की सीट नहीं मिली. वहीं, पेरू की राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले डीना देश की उपराष्ट्रपति थीं. वह 2026 तक इस पद पर रहेंगी. पेड्रो कैस्टिलो ने 7 दिसंबर को नाटकीय ढंग से देश के नाम संबोधन में ऐलान किया था कि वह देश में इमरजेंसी लगाने जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह विपक्षी दलों के वर्चस्व वाली कांग्रेस को भंग कर देंगे. इसके बाद कई मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था. विवाद का अंजाम यह हुआ कि कुछ ही घंटों बाद विपक्षी दलों ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई और उनके खिलाफ महाभियोग लाने का फैसला किया.

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