पहाड़ों से आने वाली पछुआ हवाओं ने मैदानी इलाकों में गलन बढ़ा दी है। बुधवार को सुबह 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलीं। इसका असर ही था कि लोगों ने ठंड अधिक महसूस की। मौसम में आए बदलाव की वजह से न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। पिछले एक सप्ताह से जम्मू कश्मीर, हिमाचल सहित अन्य जगहों पर बर्फबारी हो रही है। इस वजह से मौसम ने करवट ली है। बुधवार को सुबह शहरी इलाकों में भी सुबह नौ बजे तक कोहरा छाया रहा। इस बीच अन्य दिनों की तुलना में हवा की रफ्तार भी अधिक रही। सुबह दस बजे के बाद मौसम साफ हुआ और धूप भी हुई लेकिन हवा में नमी अधिक होने से उसका असर कम दिखा। इधर रात होते ही कोहरा भी पड़ने लगा। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि पहाड़ों पर बर्फबारी की वजह से हवा में गलन अधिक रही। धरातल पर तो दस से पंद्रह किलोमीटर प्रति घंटा हवा चली जबकि धरातल से ऊपर 20 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार से हवा चली। इस वजह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों में कमी आई। अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि बुधवार को तापमान कम होकर 24.6 पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी 10.0 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 9.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आने वाले दिनों में कोहरा पड़ने के साथ ही गलन बढ़ने के आसार हैं।