जौनपुर धारा,वाराणसी। सामूहिक दुष्कर्म का चर्चित मामला अब अलग ही मोड़ लेता दिख रहा है। जिस सात दिनों की अवधि में युवती 23 युवकों पर दुष्कर्म का आरोप लगा रही है उस दौरान उसने लगातार अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर पोस्ट डाले हैं, जिसमें वो काफी खुश लग रही है।
इस दौरान वो कई सार्वजनिक स्थानों पर रही, लेकिन उसने स्वजन या पुलिस से संपर्क करने की कोशिश नहीं की। जिस कैफे में उसने दुष्कर्म का आरोप लगाया है वहां जाने के बारे में उसने खुद एक आरोपित को मैसेज किया है।
यहीं नहीं, ईद में एक आरोपित के घर जाकर सेवईं खाने और ईदी लेने की बात भी सामने आ रही है। युवती की मां ने छह अप्रैल को 12 नामजद और 11 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया, जबकि युवती ने अदालत में दिए अपने बयान में नौ आरोपितों का ही नाम लिया है। वहीं आरोपितों के स्वजन के यह भी आरोप हैं कि जिन तीन युवकों का नाम युवती ने अदालत में नहीं लिया उनसे रुपये ऐंठ लिए हैं। गुरुवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने अपने कार्यालय में मीडियाकर्मियों को बताया कि युवती से सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच अब एसआइटी करेगी। एसआइटी एक महीने में रिपोर्ट सौंपेगी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपितों के स्वजन ने कई ऐसे साक्ष्य दिए हैं जिससे सामूहिक दुष्कर्म का मामला संदिग्ध लग रहा है। इसलिए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए एसआइटी गठित की गई है।
जांच पर खड़े हो गए सवाल
सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपितों ने गुरुवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। पुलिस की कार्यप्रणाली से नाखुश स्वजन ने न्याय की गुहार लगाती तख्तियां हाथ में ली थीं। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें पुलिस की अब तक की कार्यवाही पर ही सवाल खड़े कर दिए गए हैं। सवालों के जवाब पुलिस कमिश्नर के पास नहीं थे।