- लोकल फाल्ट और ओवर लोड की समस्याओं से जूझ रहे उपभोक्ता
जौनपुर। जौनपुर में भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती की समस्या विभाग के लिये चुनौती बनी हुई है। बिजली कटौती का कारण ओवरलोड और लोकल फाल्ट बताया जा रहा है। लेकिन इस समस्या ने निपटने के सारे जुगाड़ फेल नजर आ रहें है। गर्मी शुरू होने से पहले निर्बाध बिजली आपूर्ति व्यवस्था का दावा करने वाला विभाग का दावा तब खोखला साबित होता है जब दिन भर में कई बार विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है। फाल्ट होने पर एक तरफ तो विभाग ओवरलोड की समस्या बताता है लेकिन वहीं जब बात कागजों पर होती है तो विद्युत आपूर्ति एकदम टनाटन और ओवरलोड की समस्याओं को सिरे से नाकार दिया जाता है।

यह समस्या एक ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि होने के बावजूद, विभाग द्वारा लोड को ठीक से वितरित न कर पाने के कारण होना भी बताया जा रहा है। इसका मतलब है कि ट्रांसफार्मर में अधिक भार वहन करने की क्षमता तो है, लेकिन वास्तविक उपयोग में वह भार को समान रूप से वितरित नहीं कर पा रहा है, जिससे कुछ क्षेत्रों में अधिक भार और कुछ में कम भार हो रहा है। जिसका कारण ट्रांसफार्मर से निकलने वाली बिजली लाइनों का वितरण ठीक से न किया गया हो, जिससे कुछ क्षेत्रों में अधिक भार और कुछ में कम भार हो। इस समस्या से निपटने के लिये विभाग ने सिपाह पॉवर हाउस की क्षमता में 10एमवीए की वृद्धि की है, लेकिन उसको अभी तक क्षेत्र में सही से वितरीत नहीं किया जा सका है। इस समय जौनपुर के उत्तरी क्षेत्र के लिये दो बड़े पॉवर हाउस चल रहे हैं। जिसमें एक अहियापुर और दूसरा सिपाह है। जिससे जौनपुर के उत्तरी क्षेत्र की सप्लाई चलाई जा रही है। पिछले वर्षों में सिपाह फीडर को छोड़कर पूर उत्तरी क्षेत्र की सप्लाई अहियापुर पॉवर हाउस से चलता था, जहाँ 30एमवीए का ट्रांसफार्मर रखा गया है जो तमाम फीडरों के क्षेत्रिय ट्रांसफार्मर तो संचालित कर रहा है। लेकिन बढ़ते ओवरलोड की समस्या से निपटने के लिये विभाग सिपाह पॉवर हाउस पर मेन ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि करते हुए 5 एमवीए से 10एमवीए किया, जिसकी वृद्धि के पीछे शहर में बढ़े लोड को बांटकर निर्बाध बिजली आपूर्ति से आने वाली समस्याओं का समाधान किया जाना था। लेकिन अधिक लोड़ और ट्रीपिंग की समस्या का समाधान नहीं किया जा सका। इस समस्या ने निपटने के लिये विभाग को वितरण लाइनों का निरीक्षण करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे ठीक से काम कर रही हैं और भार को समान रूप से वितरित किया गया हैं।
भीषण गर्मी में हांफ रहे बिजली विभाग के ट्रांसफार्मर
बेतहाशा गर्मी के कारण दिन में एसी-कूलर चलने के कारण बिजली का उपभोग बढ़ा है। इससे ट्रांसफार्मर ओवरलोड होकर हांफ रहे हैं। किसी का तेल रिसने लगा है तो कोई ओवरहीट से फुंक रहे हैं। इस कारण लोगों को दोपहर में अघोषित कटौती का भी सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को दूर करने के लिए ओवरलोड ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की गई। लेकिन उसका सही से विस्तार नहीं किया जा सका है। जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके बावजूद अधिकारियों ने कोई रुचि नहीं ली। तापमान बढ़ते ही ट्रांसफार्मर फुंकने की संख्या चार गुनी हो गई। जैसे की सिपाह पॉवर हाउस पर ५ एमबीए से १० एमबीए किया गया लेकिन उसे कई क्षेत्रों में विस्तार किया जाना था जो विभाग आज तक नहीं कर सका है। जैसे कि उक्त ट्रांसफार्मर को नगर के कोतवाली फीडर के कुछ क्षेत्रों में वितरीत किया जाय तो बिजली कटौती की बहुत सी समस्याओं से निपटा जा सकता है। लेकिन जौनपुर के अधिकांश क्षेत्रों में तो क्षेत्रिय अधिकारी इन चीजों में कोई रूची लेते ही नहीं है।
रोस्टर के अनुसार नहीं हो रही बिजली आपूर्ति
जून माह की प्रचंड गर्मी में बिजली की खपत बढ़ गई है। शहर से लेकर गांव तक बिजली व्यवस्था चरमराई गई है। फीडर जलने, ब्रेकडाउन के साथ अब ट्रांसफॉर्मर व जर्जर तारों के कारण लोकल फाल्ट आने के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। कहीं-कहीं तो आग की लपटें उठ रहे हैं। इससे बिजली की सप्लाई ठप करनी पड़ रही है। इससे उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ गई है। इसे लेकर लोगों में गहरी नाराजगी हैं। शहर में 24 घंटे व गांव में रोस्टर 18 घंटे का है, जबकि नगर पंचायत में 21 घंटे का, लेकिन रोस्टर के मुताबिक, बिजली नहीं मिल पा रही है। बढ़ते तापमान से खपत भी बढ़ गई है। ट्रांसफॉर्मर जलने लगे हैं।
- ट्रांसफार्मर क्षमता वृद्धि के बाद सिपाह पॉवर हाउस की क्षमता 5 से बढाकर 10 एमवीए किया गया है। जिसमें सिपाह के साथ ही अब चौकियां फीडर की लाइन भी चलाई जा रही है। पहले चौकियां फीडर की लाइने अहियापुर से से ही चलती थी। अहियापुर में 30 एमवीए का ट्रांसफार्मर है जिससे नगर के उत्तरी क्षेत्र की सप्लाई चलती है। अभी अलीखानपुर में पॉवर हाउस का प्रस्ताव चल रहा है उसकी वृद्घि होने के बाद और भी लोड बांटा जायेगा। इस समय नगर में ओवर की लोड की कोई समस्या नहीं है।
- रौशन जमीर
- उपखण्ड अधिकारी अहियापुर, जौनपुर
- अभी मझे चार्ज लिये दो-तीन दिन ही हुआ है, इसीलिये क्षेत्र के बारे में कुछ अधिक जानकारी नहीं है। फिलहाल विद्युत आपूर्ति दुरूस्त करने के सारे इंतेजाम किये जा चुके हैं।
- सचिन कुमार सिंन्हा
- अधिशासी अधिकारी वि.वि.ख.तृतीय
- सिपाह पॉवर हाउस पर 10 एमवीए का ट्रांसफार्मर है जिससे चौकियां और सिपाह की लाइने चलाई जा रही है। अब उस ट्रांसफार्मर पर और लोड नहीं दिया जा सकता है। उसकी क्षमता के अनुरूप लोड है।
- हरिनन्दन राय अवर अभियंता, सिपाह पॉवर हाउस