उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से एक अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला. यहां एक महिला ने अपने पति के अवशेषों को साथ ले जाने के लिए कब्र खुदवाई. बताया जा रहा है कि केरल के रहने वाले ई.जे पाल की कोरोना काल में मौत हो गई थी. लॉकडाउन के चलते उनकी पत्नी अपने पति के शव को अपने गृह नगर नहीं ले जा सकती थीं.
पति की मौत के बाद जॉली पाल फर्रुखाबाद से वापस केरल चली गईं. मगर, पत्नी का अपने पति के प्रति प्रेम कम नहीं हुआ. जॉली पाल ने पति के अवशेषों को केरल ले जाकर दफनाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी. जिला प्रशासन ने उनके प्रार्थना पत्र को स्वीकार कर कब्र को खुदवाने की अनुमति दे दी. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जे पाल की कब्र को खोदकर शव के अवशेषों को निकाला गया. अब जॉली पाल अपने पति के अवशेषों को केरल ले जाकर दफनाएंगी. जॉली पाल ने बताया कि उनके पति जे पाल शहर के सेंट एंथनी स्कूल में टीचर थे. जिनकी मौत दो साल पहले कोरोना काल में हुई थी. लॉकडाउन के चलते वह अपने पति के शव को केरल नहीं ले जा सकीं थी. अब अपने पति के शव के अवशेषों को यहां ले जाने की अनुमति मांगी थी, जिसे प्रशासन ने मंजूर कर लिया. उन्हें बेहद खुशी हैं कि वह अपने पति के अवशेषों को अपने गृहनगर में दफनाएंगी. इस मामले में उप जिलाधिकारी सदर संजय कुमार ने बताया कि जॉली पॉल ने जिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र दिया था कि उनके पति ई जे पॉल की मौत दो वर्ष पहले कोरोना काल में हुई थी. उस समय वह पति के शव को अपने गृह क्षेत्र केरला नहीं ले जा सकी थीं. पति का शव फतेहगढ़ कब्रिस्तान में दफन किया गया था. मगर, धार्मिक आस्था के चलते वह अपने पति के अवशेषों को गृह क्षेत्र केरेल ले जाना चाहती थीं. प्रार्थना पत्र पर जिलाधिकारी ने कब्र को खुदवाने का आदेश पारित किया. अवशेषों को कब्र से निकलवा कर उनके सुपुर्द कर दिया गया.