मथुराःकरवा चौथ के पर्व का हिंदू संस्कृति में बेहद महत्व माना जाता है. यह पर्व कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है और इस बार यह पर्व 01 नवम्बर को पूरे भारत में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा.इस दिन सभी विवाहित महिलायें अपने पति की लंबी आयु के कठोर निर्जला व्रत रखती है और शाम को चंद्र देव के पूजन और दर्शन के बाद अपना व्रत खोलती हैं. इस बार मथुरा में महिलाओं को चन्द्र देव का इंतजार थोड़े लंबे समय तक करना पड़ेगा.
मथुरा के ज्योतिषाचार्य अवदेश बदल ने बताया कि इस बार महिलाओंको अपना व्रत खोलने के लिए चन्द्र देव का थोड़ा अधिक इंतजार करना पड़ेगा. हिंदू पंचाग के अनुसार इस बार महिलाएं01 नवंबर को करवा चौथ का व्रत रखेंगी. साथ ही सभी महिलाएंकरवा चौथ के दिन शाम को प्रदोष बेला में सभी पूजन कार्य कर सकती हैं. जिसका समय करीब 05:00 बजे से लेकर 06:30 बजे तक कर सकती हैं. इसी के साथ ही इस बार करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय मथुरा में रात 08:18 पर होगा.
ऐसे रखें पूजन की विधि
उन्होंने आगे बताया कि करवा चौथ के दिन व्रती को चाहिए कि उस दिन प्रातः काल स्नान करना चाहिए…“मम सुख सौभाग्य पुत्र पौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहम करिष्ये “ऐसा संकल्प करके सफेद मिट्टी की वेदी या चौकी में शिवा शिव और षडानन की पूजा करनी चाहिए. शाम को पकवान और अन्य व्यंजनों का भोग लगाकर वैदिक और लौकिक रीति से पूजा करनी चाहिए. इसके बाद चंद्रोदय होने पर चंद्र को अर्घ्य देकर व्रत का पारायण करना चाहिए.