- -जलालपुर चौराहा स्थित मड़ियाहूं रोड पर बुधवार की रात हुई थर्रा देने वाली घटना
- -तीन अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज, पुलिस मामले की छानबीन में जुटी
जौनपुर धारा, जौनपुर। जलालपुर चौराहा के पास निजी हास्पिटल के 35वर्षीय प्रबन्धक की बुधवार की रात सोते समय गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। वारदात से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर छानबीन में जुट गई है।
मड़ियाहूँ कोतवाली क्षेत्र के गोपीपुर के पुरवा नायकपुर निवासी डा.तिलकधारी पटेल जलालपुर कस्बा में मड़ियाहूं रोड पर लबे सड़क किराए के भवन में दूसरे तल पर साईं बाल चिकित्सालय चलाते थे। वह भू-तल पर अपने कमरे में सोए थे। करीब सवा दो बजे करीब सौ मीटर दूर बाइक खड़ी कर मुंह बांधे तीन बदमाश पैदल चलते हुए कमरे में पहुंचे। डा.तिलकधारी पटेल पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। गोली उनके सीने, आंख व पीठ में लगीं। गहरी नींद में होने के नाते उठने तक का मौका नहीं मिला। चौराहा पर ड्यूटी कर रहा होमगार्ड का जवान गोलियां चलने की आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचा। उसने पुलिस को सूचना दी।एसपी डा.अजय पाल शर्मा, एएसपी(सिटी) बृजेश कुमार गौतम, सीओ केराकत गौरव शर्मा, जलालपुर थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश यादव मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। आनन-फानन म्ों जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहाँ डाक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। हत्या का कारण साफ नहीं हो सका है। तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। मृतक के चाचा कमलेश पटेल की तहरीर पर तीन अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी है। आरोपितों की गिरफ्तार के लिए गठित पुलिस टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
जलालपुर मड़ियाहूँ तहसील के भूसेहरा गांव निवासी एवं बाल चिकित्सालय जलालपुर के डॉक्टर तिलकधारी सिंह पटेल की हत्या होने के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। डॉक्टर की हत्या की सूचना मिलते ही उनके पिता शिवआसरे पटेल जिला अस्पताल सदर पहुंच गए और उनके चाचा कमलेश कुमार पटेल जलालपुर चौराहे के पास स्थित बाल चिकित्सालय पर पहुंच गये। परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल था। मौके पर भारी-भीड़ मौजूद थी। डॉ.तिलकधारी 6 बहनों में इकलौते भाई थे और उनकी शादी की बात अभी चल रही थी उनके चार बहनों की शादी हो चुकी थी दो बहनों का शादी नहीं हुई है और उनकी माता का भी मृत्यु 6 वर्ष पूर्व हो चुका है। घटना के समय अस्पताल में डॉक्टर के चचेरे भाई अभिषेक पटेल एवं दो कम्पाउंडर प्रदुम और सौरभ मौजूद थे। बताया गया कि डॉक्टर बहुत ही मधुर भाषी एवं व्यवहारिक थे। गरीब मरीजों का निशुल्क इलाज करते थे। उन्हें देखने के लिए अस्पताल पर सैकड़ो की तादाद में लोग मौजूद थे।