ओपनएआई व्हिसिलब्लोवर सुचिर बालाजी की मां ने अपने बेटे की मौत को एक साजिश बताते हुए सच सामने लाने की मांग की है। वे अपने बेटे की मौत को सामान्य मानने से इनकार करते हुए बेटे की रहस्यमयी मौत की जांच को लेकर सवाल उठाए हैं। आपको बताते चलें कि 26साल के सुचिर बालाजी पिछले महीने अपने सैन प्रâांसिस्को अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। एक इंटरव्यू में सुचिर बालाजी की मां पूर्णिमा रामाराव ने अपने बेटे की मौत की जांच में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उनके बेटे की मौत की जांच जब उन्होंने एक प्राइवेट संस्था की मदद से कराई तो चीजें कुछ और इशारा कर रही हैं, जिसके सारे तर्क और फैक्ट फाइंडिंग्स लोकल पुलिस की अबतक की जांच के एकदम विपरीत है। बालाजी की मां ने कहा, उन्होंने ये पता करने के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया कि बेटे के अपार्टमेंट में मिले खून के धब्बे आत्महत्या का मामला लगते हैं कि नहीं लगते हैं। बेटे के शरीर को देखने के बाद मेडिकल ऑफिसर ने इसे आत्महत्या का केस करार दिया था। वहीं मां ने जब चैटजीपीटी से पड़ताल की तो उन्हें पता चला कि उनके बेटे के अपार्टमेंट में मिले खून के धब्बे कहीं से भी आत्महत्या का मामला नहीं लगते हैं। अगस्त में ओपनएआई छोड़ने वाले बालाजी ने ओपनएआई की डेटा-कलेक्शन के तरीकों और चैटजीपीटी को डेवलप करने में कथित कॉपीराइट उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए थे। इस खुलासे के बाद कहा गया था कि उन्हें परेशान करने की कोशिश की गई। बालाजी की मां ने दावा किया कि उनके बेटे के पास ऐसे तमाम अहम दस्तावेज और जानकारी थी जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंडस्ट्री की दुनिया में भूचाल ला सकते थे। पूर्णिमा रामाराव ने कहा कि उनके बेटे को द न्यू यॉर्क टाइम्स द्वारा ओपनएआई के खिलाफ़ दायर किए गए मुकदमे में संभावित गवाह के रूप में नामित किए जाने के एक हफ्ते बाद उसे मृत पाया गया, जो अपने आप में कुछ न कुछ गड़बड़ी होने का संकेत देता है।
― Advertisement ―
निजीकरण के विरोध में विद्युत नियामक आयोग पर मूक प्रदर्शन
डॉक्यूमेंट को नामंजूर करने की उठी मांगजौनपुर। सोमवार को बिजली कर्मचारियों ने विद्युत नियामक आयोग के कार्यालय पर मूक प्रदर्शन किया और निजीकरण के...
सुचिर बालाजी की मौत पर मां ने तोड़ी चुप्पी
