योग वाटिका प्राकृतिक ऊर्जा और शांति का केंद्र : कुलपति

  • पूर्वांचल विश्वविद्यालय में की गई योग वाटिका की स्थापना

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन परिसर में प्रकृति और प्राण की मधुर समवेत ध्वनि के रूप में ‘योग वाटिकाÓ की स्थापना की गई। इस शुभ अवसर पर कुलपति प्रो.वंदना सिंह ने शनिवार को उद्घाटन करते हुए कहा  कि योग न केवल शरीर की शक्ति है, बल्कि मन की स्थिरता और आत्मा की शुद्धता का मार्ग है। योग वाटिका न केवल एक हरित स्थल है, बल्कि प्रकृति द्वारा मानव को दिया गया प्राकृतिक आशियाना है।

कुलपति ने कहा कि शासन द्वारा चलाए जा रहे ‘योग को जन-जन तकÓ अभियान के तहत यह वाटिका न केवल विश्वविद्यालय परिवार के लिए, बल्कि आस-पास के नागरिकों के लिए भी मानसिक, शारीरिक व आत्मिक स्वास्थ्य का केन्द्र बनेगी। यह योग वाटिका केवल हरियाली का उपवन नहीं, यह जीवनशैली में संतुलन, शांति और प्रकृति की पुनर्प्राप्ति की साधना भूमि है। प्रकृति और शांति का आशियाना विषयक इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं कुलानुशासक प्रो.राज कुमार ने बताया कि योग वाटिका में ध्यान कक्ष, ओपन योग स्थल, पंचतत्व के प्रतीक पौधों और औषधीय वृक्षों का रोपण किया गया है, अभी और भी औषधि पौधे लगाए जाने हैं, जिससे यह स्थल प्राकृतिक उपचार और साधना का केंद्र बनेगा। एक नए युग के आरंभ की सौम्य वेला में जब प्रकृति और प्राण एकाकार हुए, तब योग वाटिका के रूप में पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने स्वस्थ जीवन, सकारात्मक सोच और सशक्त समाज की दिशा में एक सशक्त संदेश दिया। इस अवसर पर प्रो.प्रमोद कुमार यादव, प्रो.प्रदीप कुमार, प्रो.गिरधर मिश्र, डॉ.सुशील कुमार, डॉ.मनोज कुमार पांडे, डॉ.इंद्रेश कुमार, उप कुलसचिव अजीत सिंह, योगाचार्य जय सिंह, डॉ.रामान्सु, डॉ.रामनरेश यादव समेत शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे।

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