चित्रकूट में दस्यु सम्राट ददुआ के बेटे व समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक वीर सिंह को न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया गया है. दरअसल पूर्व विधायक वीर सिंह पर धोखाधड़ी के एक मामले में NBW वॉरंट जारी था. वॉरंट होने के बाद भी न्यायालय में उपस्थित न होने के मामले में SC/ST कोर्ट ने गिरफ्तारी करवाकर सिंह को जेल भेजा. यह मामला करीब पांच साल पुराना है, जिसमें नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का केस सिंह के खिलाफ दर्ज किया गया था.
मामला 2017 का है. उस समय उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी. सपा सरकार में कर्वी विधानसभा सीट से सपा से दस्यु सम्राट ददुआ विधायक थे. ऐसे में दस्यु सम्राट ददुआ के बेटे वीर सिंह ने मोतीलाल मौर्य नाम के व्यक्ति के बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर 2 लाख रुपये लिये थे, लेकिन नौकरी नहीं दिलाई थी. जब भी वह पैसा मांगता था तो टालमटोल कर उसे देख लेने की धमकी मिलती थी. पीड़ित मौर्य ने सिंह पर ठगी करने का आरोप लगाकर कर्वी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था, जो एससी एसटी न्यायालय में विचाराधीन था. इस मामले में वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा एससी/एसटी कोर्ट से गैर ज़मानती वॉरंट जारी होने के बाद भी वीर सिंह दो साल से न्यायालय में उपस्थित नहीं हो रहे थे. किसी अन्य मामले में उसी कोर्ट में जब वह आए तो कोर्ट ने मौर्य वाले मुकदमे में जारी वॉरंट के तहत उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हालांकि अब सिंह ने जमानत के लिए अर्ज़ी दी है, जिस पर न्यायालय विचार कर जमानत दे सकता है.