चांद के बाद कर्तव्य पथ पर उतरा विक्रम लैंडर

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गणतंत्र दिवस की परेड में कर्तव्य पथ पर अलग-अलग राज्यों की झांकी निकाली गई. इस दौरान इसरो की चांद तक पहुंचने की कामयाबी की झलक भी परेड का हिस्सा बनीं. इसरो की ओर से चंद्रयान-3 की झांकी निकाली गई, जिसमें विक्रम लैंडर और रोवर प्रज्ञान कर्तव्य पथ पर चहलकदमी करते हुए दिखाई दिए. इस झांकी में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर रोवर प्रज्ञान की लैंडिंग को फोकस कर दिखाया गया. इस मिशन के तहत 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारत का तीसरा चंद्रयान मिशन सफलतापूर्वक लैंड किया. इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बना. इस सफलता के साथ ही भारत चंद्रमा पर लैंडिग करने वाले चौथा देश बन गया है. इसरो की मिशन चंद्रयान-3 की झांकी में आठ महिला वैज्ञानिक सवार थीं. इस लैंडर विक्रम से रोवर प्रज्ञान को अलग होते हुए दिखाया गया है. इसके साथ ही झांकी में भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 और आगामी मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान को भी दर्शाया गया है.

CSIR की झांकी में कृषि यंत्र को दिखाया गया

CSIR ने 75वें गणतंत्र दिवस परेड में विकसित भारत थीम के अनुरूप अपनी झांकी प्रदर्शित की. मनमोहक झांकी बैंगनी क्रांति पर केंद्रित थी, जिसके नेतृत्व की पहल सीएसआईआर की ओर से की गई थी. कृषि-यांत्रिक प्रौद्योगिकी के तहत, सीएसआईआर के स्वदेशी रूप से विकसित भारत के पहले महिला-अनुकूल कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर, प्राइमा ईटी11 का भी प्रदर्शन किया गया.

झांकी में दिखा एआई

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) की झांकी में शानदार दृश्य दिखाए गए. जिसमें एआई का प्रतीक एक महिला रोबोट वैश्विक नागरिकों पर इसके सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है. इस दौरान ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जीपीएआई) वार्षिक शिखर सम्मेलन में प्रमुख अध्यक्ष के रूप में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला गया. यह समावेशी विकास और विश्व स्तर पर एआई समाधानों के विकास और तैनाती के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है. MeitY की झांकी ने आकर्षक मॉडलों के माध्यम से लॉजिस्टिक्स, हेल्थकेयर और शिक्षा में एआई अनुप्रयोगों को दिखाया गया है.

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