- आब्जर्वर की निगरानी में छात्राओं की स्वकेन्द्र पर होगी परीक्षा
- परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया निर्णय
जौनपुर धारा, जौनपुर। वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नकल के आरोप में फंसे डीबार कॉलेजों को बड़ी राहत मिली है। इन पर 25हजार का अर्थ दंड लगाया गया है, उनके यहां आब्जरवर की निगरानी में छात्राओं की परीक्षा स्वकेन्द्र कराई जाएगी। परीक्षा समिति की बैठक में फैसला लिया गया। बता दें कि जौनपुर जिले के सात कॉलेजों पर नकल का आरोप लगाते हुए परीक्षा समिति ने परीक्षा केंद्र से एक वर्ष के लिए डीबार कर दिया था। जिस पर प्रबंधक संघ के अध्यक्ष डॉ.दिनेश तिवारी के नेतृत्व में प्रबंधकों ने आंदोलन की चेतावनी देते हुए कुलपति प्रो.वंदना सिंह व परीक्षा नियंत्रक डॉ.विनोद कुमार सिंह ज्ञापन दिया और कॉलेज पर लगाए गए आरोप को गलत बताया, कहा कि उड़ाका दल के कुछ संयोजक परीक्षा निरीक्षण के नाम पर कमाई का जरिया बना लिए थे। सुविधा शुल्क मांग रहे थे ना देने पर वह नकल का आरोप लगाकर विश्वविद्यालय को रिपोर्ट दे दी थी। जो गलत था, और ऐसे केस मे उड़ाका दल के एक संयोजक का अधिकतर संलिप्तता पाई गयी, मामले को अधिकारियो ने गंभीरता से लिया। गुरुवार को दोबारा परीक्षा समिति की बैठक बुलाई गई। जिसमें पुनर्विचार विमर्ष किया गया। यह तय किया गया कि डीबार कॉलेज के छात्राओं का हित देखते हुए उनकी परीक्षा स्वकेन्द्र कराई जाए। जिससे छात्राओ को दूर दराज केन्द्र पर परीक्षा न देने जाना पड़े। वहां आब्जर्वर नियुक्त किए जाएं और आब्जर्वर का खर्च टीए-डीए सब संबंधित कॉलेज वहन करेगा। ऐसे कॉलेजों को 25हजार अर्थ दंड भी लगाया गया और भविष्य में ऐसी पुनरावृति ना करें। छात्राओं की परीक्षा स्वकेन्द्र होने की जानकारी मिलते ही कॉलेज और परीक्षार्थियों को बड़ी राहत मिल गई। इन कॉलेज में 6प्रश्न पत्र की परीक्षा रद्द की गई थी, अब दोबारा परीक्षा कराई जाएगी। परीक्षा समिति की बैठक का संचालन डॉ.विनोद कुमार सिंह ने किया। बैठक में कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, प्रो.अजय द्विवेदी, प्रो.राजेश शर्मा, प्रो.जगदीश सिंह, दीक्षित, प्रो.सौरभ पाल, डॉ.मनोज मिश्रा, डॉ.राजेश सिंह, डॉ.राहुल सिंह, डॉ.शैलेंद्र सिंह मौजूद रहे।