शेर बहादुर यादव
जौनपुर धारा, सिकरारा। उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार-बार प्रदेश में बैठे विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को दिशा निर्देश जारी किया जा रहा है कि किसी भी हाल में पीड़ित व्यक्तियों को न्याय दिलाने में कोई कसर बाकी न रह जाये लेकिन अपने-अपने कुर्सियों पर बैठे अधिकारियों और कर्मचारियों की सेहत पर किसी भी प्रकार का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। विभाग कोई भी हो लापरवाही हर जगह जारी है, लेकिन सबसे अधिक जमीन संबंधी विवाद ही उभर कर सामने आतें हैं, आए दिन जमीन संबंधी विवाद को लेकर कहीं न कहीं मारपीट और हत्याएं तक हो जा रही हैं, उक्त विवादों के पीछे उच्च अधिकारियों द्वारा अगर गहराई से जांच पड़ताल की जाए तो विवाद को तूल पकड़ने में राजस्व विभाग व पुलिस विभाग की भूमिका हर विवाद में संदिग्ध नजर आती है, क्योंकि जब पीड़ित व्यक्ति न्याय के लिए तहसील वथानो का चक्कर लगता है। फिर भी समस्याएं जस की तस बनी रहती है। जिसका ताजा उदाहरण सिकरारा थाना क्षेत्र के तोफा पुर गांव में मौजूद है। उक्त गांव निवासी रामजीत गौतम की पैतृक जमीन पर गांव के ही कुछ दबंग व्यक्तियों कब्जा किया गया है, जिसे मुक्त करने के लिए रामजीत द्वारा पक्की पैमाइश कराई गई थी। जिसकी पत्थर गड्डी भी हो चुकी है, इसके बाद दबंगों द्वारा कब्जा नहीं छोड़ा जा रहा है। विगत साल भर से पीड़ित व्यक्ति रामजीत द्वारा राजस्व विभाग से लेकर थाने का चक्कर लगाया जा रहा है। पूछने पर उन्होंने बताया कि अपनी जमीन को मुक्त करने के लिए मैं साल भर से लगातार कभी राजस्व विभाग कभी थाने पर प्रार्थना पत्र देते देते थक चुका हूं, लेकिन मेरी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। जब उनसे यह पूछा गया कि जब थाने पर प्रार्थना पत्र देते हो तो पुलिस क्या कहती है तो उन्होंने यह बताया की पुलिस यह कहती है कि तुम्हारे प्रार्थना पत्र देने से हम लोग नहीं जाएंगे जब राजस्व विभाग के कर्मचारी लिखित प्रार्थना पत्र देंगे कि हमारे द्वारा पक्की पैमाइश की गई है। इसके बावजूद भी दबंग लोग कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। तब पुलिस मौके पर जाएगी इस संबंध में हल्का नायब तहसील मछली शहर संतोष कुमार यादव से पूछा गयाकि आपको नपि कराए हुए साल भर बीत गए फिर भी दबंग से आप कब्जा क्यों नहीं छुड़ा पा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि वह लोग बड़े दबंग आदमी हैं, मैं अपनी टीम लेकर गया था। हमारी टीम को भी वह लोग गाली गुप्ता दे दिए, अब जल्द ही कार्रवाई कराई जाएगी और जमीन मुक्त कराई जाएगी। ऐसे ही कई मामले को लेकर पीड़ित व्यक्तियों द्वारा तहसील से लेकर थानों का चक्कर लगाया जा रहा है।