सहारनपुर: उत्तर भारत व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख सिद्धपीठ शाकुंभरी देवी के मंदिर में चैत्र नवरात्रि की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस प्रसिद्ध सिद्धपीठ पर हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड आदि प्रदेशों से लाखों श्रद्धालु आकर देवी दरबार मे हाजिरी लगाते हैं. नवरात्रि में यहां भक्तों की अपार भीड़ लगती है और मेले का आयोजन भी होता है, जिसकी शुरुआत चैत्र नवरात्र के पहले दिन से हो गई. वहीं प्रशासन ने भी मेले की तैयारियां पूरी कर ली हैं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने बताया कि मां शाकुम्भरी देवी मंदिर पर लगने वाले मेले की हमने जिलाधिकारी अखिलेश सिंह के साथ निरीक्षण किया. मेले की पूरी व्यवस्थाओं का जायजा लिया. बताया कि हर बार की तरह मेले में कोतवाली बनाई जाएगी. मंदिर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, वायरलेस आदि सामग्री तथा एलआईयू, ट्रैफिक पुलिस, महिला पुलिस तैनात हैं. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यदि किसी स्थान पर किसी तरह की गलत गतिविधियों की शिकायत आती है तो वहां पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा मंदिर और जिस स्थान पर लाइन लगेगी. वह पिछली बार की तरह सीसीटीवी की निगरानी रहेगी. बताया कि उसका कंट्रोल रूम अलग से बनाया जाएगा. जहां पर हमारे पुलिस निगरानी करते रहेंगे.
सिद्धपीठ शाकुम्भरी देवी मंदिर के व्यवस्थापक आतुल्य प्रताप सिंह ने बताया कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सिद्ध पीठ परिसर में सुविधाओं को ध्यान में रखकर कार्य किया गया है. मेले में एक ओवरहेड ब्रिज, बैरिकेडिंग, देवी मंदिर से भूरादेव मंदिर तक पथ प्रकाश व्यवस्था, दस अस्थायी शौचालय, पेयजल, निशुल्क औषधि केंद्र, सफाई, सीसीटीवी कैमरे आदि की व्यवस्था की है. बताया कि मेला परिसर में पीने के पानी के लिए तीन टैंकर, दो जनरेटर की भी व्यवस्था है. मेला इंचार्ज अविनाश गौतम ने बताया कि मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल हर वक्त मुस्तैद रहेगा. सुरक्षा की दृष्टि से मेले में विभाग से इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, महिला एसआई, हेड कांस्टेबल, महिला कांस्टेबल, होमगार्ड, एक प्लाटून पीएसी, तीन फायर ब्रिगेड की मांग की गई है. उन्होंने बताया कि शीघ्र ही फोर्स मेले में पहुंच जाएगी. मेला इंचार्ज ने बताया कि सिद्धपीठ में पहाड़ों से निकली खोल में पानी आने की सूचना के लिए डेढ़ किमी ऊपर रक्तदंतिका मंदिर के पास बाढ़ सुरक्षा केंद्र स्थापित किया गया है. पहाड़ों से निकली खोल में कई बार पानी आ जाता है, जिससे वहां बाढ़ की स्थिति बन जाती है. ऐसी दशा में श्रद्धालुओं को सचेत करने के लिए सहारनपुर प्रशासन द्वारा मेला परिसर में बाढ़ सुरक्षा चौकी की भी स्थापना की गई है.