नागालैंड विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी ने 40 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है जबकि राज्य में उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने 20 सीटों पर प्रत्याशियों को उतारा है. दोनों पार्टियों ने 16 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए. एनडीपीपी और बीजेपी 60 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव लगातार दूसरी बार गठबंधन में लड़ रही हैं.
उत्तरी अंगामी-द्वितीय सीट से मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो एनडीपीपी के उम्मीदवार हैं जबकि पूर्व मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग पेरेन सीट से चुनाव लड़ेंगे. वहीं, मंत्री जी काइतो आये सटखा सीट से किस्मत आजमाएंगे और पूर्व राज्यसभा सांसद केजी केन्ये को चिजामी सीट से एनडीपीपी ने टिकट दिया है. एनडीपीपी ने 2018 में हुए चुनाव में 18 सीटें जीती थी और बाद में हुए उपचुनाव में उसने तीन सीटें और जीत ली थी, जिसके बाद उसका संख्या बल 21 पहुंच गया था लेकिन पिछले साल अप्रैल में नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) के 21 विधायकों के विलय के साथ उसका संख्या बल दोगुना होकर 42 हो गया था. बीजेपी के साथ सीट विभाजन समझौते के तहत एनडीपीपी को 40 सीटें मिली हैं जबकि बीजेपी ने 20 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं. एनडीपीपी ने कुल 15 विधायकों के टिकट काट दिए हैं. इसके अलावा एनडीपीपी में शामिल होने वाले एनपीएफ के 12 विधायकों को भी टिकट देने से इनकार कर दिया गया है. वहीं बीजेपी ने अपने 12 में से 11 विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है. उपमुख्यमंत्री वाई पैटन को त्यूई सीट से टिकट दिया गया है जबकि, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष तेमजेन इम्ना अलोंग को अलोंटकी सीट से उम्मीदवार बनाया है. भंडारी सीट से बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एम किकोन चुनाव लड़ेंगे. नगा पीपुल्स फ्रंट और कांग्रेस जैसे अहम राजनीतिक दलों ने फिलहाल अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. जनता दल (यू) ने दो उम्मीदवारों का एलान किया है. इसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एनएसएन लोथा को त्युई से और महासचिव कितोहो एस रोतोखा को घासपानी-द्वितीय से उम्मीदवार बनाया गया है. बता दें कि नगालैंड में 27 फरवरी को चुनाव होना है और दो मार्च को मतगणना होगी.