Holi 2023: हिंदू धर्म में होली के त्योहार का विशेष महत्व बताया गया है. आपने देखा होगा कि होली पर कई तरह के उपाय और टोने-टोटके किए जाते हैं. यदि आप गृहस्थ या आर्थिक जीवन में किसी समस्या का सामना कर रहे हैं तो इस दिन किए गए उपाय बहुत ही कारगर साबित हो सकते हैं. इस साल 7 मार्च को होलिका दहन होगा और 8 मार्च को रंग वाली होली खेली जाएगी. आज हम आपको पांच ऐसी अद्भुत चीजों के बारे में बताएंगे, जिन्हें होली के दिन घर लाने से आपकी धन संबंधी तमाम समस्याएं दूर हो सकती हैं.
धातु का कछुआ- वास्तु शास्त्र में कछुए को शुभता का प्रतीक माना जाता है. होली के शुभ अवसर पर आप पंच धातु से बना कछुआ घर लेकर आ सकते हैं. इस कछुए की पीठ पर श्रीयंत्र और कुबेर यंत्र होना चाहिए. जिस घर में धातु का कछुआ उत्तर दिशा में अंदर की तरफ मुख करके रखा जाता है, वहां कभी धन की कमी नहीं होती है. कछुए को किसी पानी वाले बर्तन में स्थापित करना चाहिए.
पिरामिड- वास्तु शास्त्र के अनुसार, पिरामिड में धन को आकर्षित करने की अद्भुत क्षमता होती है. जिस घर या ऑफिस में पिरामिड होता है, वहां अपार धन की प्राप्ति के मार्ग स्वत: ही खुल जाते हैं. इसका सटीक उदाहरण हमारे पुराने मंदिर हैं, जो द्रविड़ शैली में बने हुए हैं. इनका बाहरी स्वरूप पिरामिड के आकार का है और ऐसे कई मंदिर विश्व के सबसे धनी मंदिरों में शुमार हैं.
आम या अशोक के पत्ते का वंदनवार- होली पर अपने घर के मुख्य द्वार के लिए एक वंदनवार जरूर लेकर आएं. घर के मुख्य द्वार के लिए आप आम या अशोक के पत्ते का वंदनवार लेकर आ सकते हैं. इस वंदनवार को होलिका दहन के दिन सुबह के वक्त लगाएं तो बेहतर होगा. कहते हैं कि मुख्य द्वार पर आम या अशोक के पत्तों का वंदनवार घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकता है.
बांस का पौधा– होली के दिन अगर आप अपने ड्रॉइंग रूम या हॉल के लिए बांस का पौधा लेकर आएं तो बड़ा ही शुभ होगा. लेकिन ख्याल रखें कि इसमें सात या ग्यारह स्टिक ही हों. बांस के पौधे को बहुत ही भाग्यवर्धक माना जाता है. जिस घर में यह पौधा रहता है, वहां हमेशा माता लक्ष्मी की कृपा बरसती रहती है. दीर्घायु के लिए भी घर में बांस का पौधा रखा जाता है.
वास्तु देव की तस्वीर– यदि आपके घर में वास्तु दोष से जुड़ी समस्या आ रही है तो घर में वास्तु देवता का चित्र या तस्वीर जरूर लगाएं. इनकी तस्वीर को आप घर के किसी भी हिस्से में लगा सकते हैं. घर में वास्तु देवता की उपस्थिति से स्वत: ही सारे वास्तु दोष दूर हो जाते हैं.