पात्रा चॉल घोटाले मामले में जमानत पर रिहा हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार (11 नवंबर) को एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत की. संजय राउत ने कहा कि, “जेल में मुझे बहुत यातनाएं दी गई. मैं जल्द ही देश के प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर मेरे जेल के अनुभव और मेरे ऊपर किस तरह से कार्रवाई की गई इस बारे में उन्हें अवगत कराऊंगा.”
उन्होंने कहा कि, “देश में हाल ही के वर्षों में राजनीतिक द्वेष से जो गिरफ्तारियां केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए की गई हैं उसकी जांच ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी या फिर पूर्व मुख्य न्यायाधीश उदय ललित की अध्यक्षता में होनी चाहिए. आगामी शीतकालीन सत्र में विपक्ष ये मुद्दा उठाएगा.”
“पात्रा चॉल से मेरा कोई संबंध नहीं”
शिवसेना नेता ने आगे कहा कि, “मेरी गिरफ्तारी अवैध तरीके से की गई. पात्रा चॉल से मेरा कोई संबंध नहीं है. कोर्ट ने जो आदेश दिया है उसका मैं स्वागत करता हूं. देश संविधान के दायरे में चलता है इसका रक्षण करना हम सभी का काम है, लेकिन मौजूदा वक्त में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.”
करीब 100 दिन बाद आए जेल से बाहर
शिवसेना सांसद संजय राउत मुंबई की एक कोर्ट से जमानत मिलने के बाद बुधवार को मुंबई की आर्थर रोड जेल से बाहर आए हैं. संजय राउत ने कथित धनशोधन मामले में जेल से रिहा होने के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी. राउत ने कहा था कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उनकी जेल अवधि के दौरान परिवार के सदस्यों के साथ खड़े रहे. संजय राउत को धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने इस साल एक अगस्त को गिरफ्तार किया था. तब से राउत मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद थे.