जौनपुर धारा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह विश्वविद्यालय में पीएचडी कोर्स वर्क 2023 की कक्षाएं अप्रैल से संचालित की जा रही हैं। इसकी शुरूआत विश्वविद्यालय परिसर में केंद्र संख्या तीन प्रबंध अध्ययन संकाय से शुरू हुई है। इसके तहत प्रबंध अध्ययन संकाय केंद्र में एक विशेष व्याख्यान का आयोजित किया गया। मुख्य व्याख्याता महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के प्रोफेसर केके अग्रवाल ने कहा कि शोध से ही नये नये समस्याओं का समाधान की खोज की जाती है। शोध और अनुसंधान से ही मानव सभ्यता की उन्नति एवं विकास संभव है। रिसर्च मेथडालॉजी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि सही शोध विश्लेषण और डाटा एनालिसिस से शोध परिणाम सटीक होती है। प्रोफेसर अग्रवाल ने रिसर्च मेथडालॉजी के विभिन्न चरणों के बारे में विस्तृत से जानकारी दी। पीएचडी कोर्स वर्क 2023 का परिचय देते हुए समन्यवक एवं व्यवसाय प्रबंध विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मुराद अली ने कहा कि परिसर में पांच केंद्र बनाये गए है। इन केन्द्रों में सामान्य विषय रिसर्च मेथडालॉजी एवं कंप्यूटर एप्लीकेशन पढ़ाये जायेंग। इसके अलावा विषयवार रिसर्च एथिक्स के कक्षाओं का भी संचालन होगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सैफुल हक एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रांकूर शुक्ला ने किया। इस अवसर पर प्रो. अविनाश पार्थडीकर, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. प्रमेन्द्र विक्रम सिंह, समरीन तबस्सुम, राजेश कुमार, सुनील कुमार मौर्या, मोहम्मद शहाबुद्दीन रायन, मोहित सिंह भटिया, रजनीकांत त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।
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शोध से ही मानव सभ्यता की उन्नति संभव : प्रो. अग्रवाल

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