बांग्लादेश ने भारत के खिलाफ खेली जा रही वनडे सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है. 7 दिसंबर को ढाका में दूसरे वनडे में मेजबानों ने टीम इंडिया को 5 रन से शिकस्त दी. रोहित शर्मा ने इस मुकाबले में अंगूठा चोटिल होने के बावजूद धुआंधार अर्धशतकीय पारी खेली. उनकी इस पारी को क्रिकेट इतिहास के सबसे साहसी पारियों में गिना जाएगा. चोटिल होने की वजह से वह 9वें नंबर पर बैटिंग करने आए. तब भारत को जीत के लिए 44 गेंद पर 64 रन की दरकार थी. भारत लगभग अपने लक्ष्य तक पहुंच गया था. रोहित ने 27 गेंद पर 51 रन की धमाकेदार पारी खेली. अंतिम दो गेंद पर 12 रन की जरूरत थी. लेकिन आखिरी 2 गेंद पर सिर्फ 6 रन ही बने. रोहित ने अपनी जुझारू भावना से क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया. भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा की बैटिंग देखने के बाद बयान दिया है.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा के बैटिंग क्रम में इतनी देर तक खुद को रिजर्व रखने के फैसले पर सवाल उठाया. गावस्कर का कहना है कि अगर रोहित ने फैसला किया होता कि वह बल्लेबाजी करेंगे. तो कप्तान थोड़ा जल्दी आ सकते थे. जिससे टीम इंडिया के लिए चीजें थोड़ा आसान हो सकती थीं. सोनी स्पोर्ट्स से बात करते हुए गावस्कर ने कहा, रोहित शर्मा की क्लास और क्वालिटी के बारे में सब जानते हैं. बात यह है जब भारत मैच में इतने करीब आ गया तो वह पहले बल्लेबाजी करने क्यों नहीं आए? उन्हें नौवें नंबर के बजाय सात नंबर पर बैटिंग करनी चाहिए थी. जीत के लिए 272 रन के टारगेट का पीछा करते हुए भारत ने 65 रन पर चार विकेट खो दिए. फिर पांचवें विकेट के लिए श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल ने 107 रन की साझेदारी की. इस पार्टनरशिप के चलते भारत मैच में वापसी करने में सफल रहा. दोनों बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़े. लेकिन श्रेयस और अक्षर के आउट होने के बाद भारत पर दबाव बढ़ गया. अंत में चोटिल रोहित शर्मा ने टीम को मैच जिताने लिए पूरी ताकत झोंक दी लेकिन नाकाम रहे. बांग्लादेश ने 5 रन से मैच जीता. इससे पहले मेजबानों ने 4 दिसंबर को खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया पर 1 विकेट से जीत दर्ज की थी. बांग्लादेश मौजूदा सीरीज में भारत के खिलाफ 2-0 की निर्णयायक बढ़त ले चुका है. इससे पहले उसने 2015 की वनडे सीरीज में अपनी सरजमीं पर भारत को हराया था. टीम इंडिया बांग्लादेश की धरती पर लगातार दूसरी बार एकदिवसीय सीरीज हारी है.