- पूर्वांचल विश्वविद्यालय की संगोष्ठी को 10लाख से अधिक दर्शकों ने देखा लाइव
- ‘नेक्स्ट जेनरेशन टैलेंट’ को लेकर शिक्षा-उद्योग सहभागिता पर हुआ था संवाद
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने विगत दिनों आयोजित संवादात्मक संगोष्ठी ‘इंडस्ट्री-अकाडेमिया इंटरैक्शन : नेक्स्ट जेनरेशन टैलेंट को सशक्त करने की दिशा मेंÓ को देश-विदेश से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रसारित इस कार्यक्रम को दस लाख से अधिक दर्शकों ने लाइव देखा, जबकि हजारों दर्शकों ने इसे लाइक कर सराहना जताई। यह संगोष्ठी विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में आयोजित की गई थी, जिसमें शिक्षा और उद्योग के आपसी सहयोग से भविष्य की प्रतिभाओं को तैयार करने पर मंथन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजीव कोठारी, डिजिटल रणनीति सलाहकार ने कहा कि आज की दुनिया में सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि व्यावसायिक दक्षता, समस्या समाधान की क्षमता और व्यवहारिक समझ ही नेतृत्व तय करेगी। उन्होंने कहा कि संस्थानों को छात्रों को डिजिटल, तकनीकी और नवाचार आधारित शिक्षा देना समय की मांग है। कुलपति प्रो.वंदना सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य सिर्फ डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि छात्रों को रोज़गार-योग्य, नवाचारी और नेतृत्व-क्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय अब शिक्षा को उद्योगों की ज़रूरतों से जोड़ने की दिशा में ठोस कार्य कर रहा है।कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक, शोधार्थी और छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कुलपति ने इस संवाद को मिली डिजिटल सफलता को विश्वविद्यालय की बौद्धिक और तकनीकी दिशा में हो रही प्रगति का प्रमाण बताया और कहा कि भविष्य में ऐसे संवाद और भी व्यापक रूप में आयोजित किए जाएंगे।