मेरठ: पश्चिम उत्तर प्रदेश से संबंधित गन्ना किसान चीनी मिलों की पेराई सत्र शुरू होने के बाद अगर गन्ने की पर्ची का इंतजार कर रहे हैं. तो ऐसे सभी किसानों को अब अपने मोबाइल के इनबॉक्स पर हर समय नजर रखनी होगी. क्योंकि उनको अब मोबाइल पर ही मैसेज से पर्ची की सभी जानकारी मिलेगी. उसी मैसेज के आधार पर ही है गन्ना मिल में जाकर अपने गन्ने की बिक्री कर सकते हैं.
मेरठ परिक्षेत्र के आरपीओ डॉ. बीके गोयल ने बताया कि शासन के निर्देश अनुसार सभी किसानों को रजिस्टर्ड कर लिया गया है. किसानों के मोबाइल पर ही गन्ने की पर्ची से संबंधित मैसेज भेजा जाएगा. ऐसे में सभी किसान अपने मोबाइल के इनबॉक्स को खाली रखें. साथ ही साथ विशेष तौर पर मोबाइल पर नजर भी बनाए रखें. क्योंकि गन्ना विभाग द्वारा जो भी मैसेज उनको भेजा जाएगा.उसी के आधार पर ही किसान गन्ने को मिल पर ले जा सकेंगे. अगर किसान मैसेज नहीं देखेंगे. तो 24 घंटे बाद खुद ही है मैसेज निरस्त हो जाएगा.
मोबाइल नंबर चालू रखना हैं जरूरी
मेरठ परिक्षेत्र की बात की जाए तो लगभग 16 ऐसी चीनी मिल है जो चालू हालत में है. जिन पर किसान अपने खेत के गन्ने को सप्लाई करते हैं. लगभग सवा पांच लाख किसान इन 26 चीनी मिलों पर गन्ने को सप्लाई करते हैं है. बताते चलें कि अगर किसानों ने अपना नंबर रजिस्टर्ड कराया गया है. अगर उन्होंने उसे सिम को बंद कर दिया है. तो ऐसे सभी किसानों को गन्ने की पर्ची को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. इसीलिए सभी किसानों को अब अपने नंबर को चालू भी रखना होगा.