- मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
प्रयागराज। महाकुंभ के पावन संगम की धर्म धरा पर आयोजित महाकुंभ के मुख्य अमृत स्नान महापर्व मौनी अमावस्या की महातैयारी तेज हो गई है। महाकुंभ मेला और प्रयागराज जिला पुलिस व प्रशासन की ओर से तैयार फुलप्रूफ प्लान पर कार्यवाही शुरू कराई गई है। अगले दोनों अमृत स्नान पर्वों पर व्यवस्था में तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है, जिसे आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों की टीम के साथ मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत व आइजी रेंज की ओर से रिसर्च कर विशेष फार्मूला अलगोरिदम विकसित कराया गया है।दोनों अधिकारी आइआइटियंस हैं, जिन्होंने मैथमेटिकल माडलिंग तकनीक विकसित किया, जिससे किसी भी मार्ग, स्नान घाट पर भीड़ का आंकलन करना आसान है। एआई की सहायता से मैथमेटिकल माडलिंग तकनीक भीड़ के घनत्व की जानकारी देता है। इसके बाद टर्न एराउंड टाइम व फेसियल रिकग्निशन सिस्टम से भीड़ के घनत्व का पता चल जाता है। एआइ लाइसेंस वाले कैमरे भीड़ की स्थिति और इसके नियंत्रण व प्रबंधन को लेकर अलर्ट करेंगे। खासतौर पर मेला क्षेत्र के प्रमुख नौ प्रवेश व निकास मार्गों के साथ ही स्नान घाटों की स्थिति इन कैमरों से इंटीग्रेटेड कंट्रोल एण्ड कमांड सेंटर में दिखती रहेगी। शहर तथा मेला क्षेत्र में दबाव बढ़ते ही ये कैमरे अलर्ट करेंगे। मेला में 744व शहर में 1107सीसीटीवी कैमरे हैं। पार्किंग स्थलों पर 720सीसीटीवी कैमरे हैं। आइट्रिपलसी एवं पुलिस लाइन कंट्रोल रूम के अतिरिक्त अरैल एवं झूंसी क्षेत्र में भी व्यूइंग सेंटर्स बनाए गए हैं, जहां से श्रद्धालुओं की मानीटरिंग की जा रही है। एआइ का उपयोग करते हुए भीड़ घनत्व का पता लगाना अलगोरिदम से आसान है। एआइ आधारित क्राउड मैनेजमेंट रियल टाइम अलर्ट जनरेट करेगा, जिसके माध्यम से संबंधित अधिकारियों को श्रद्धालुओं की जिस किसी घाट अथवा मार्ग पर ज्यादा संख्या होगी, उसका अलर्ट मिल सकेगा। ये कैमरे हर मिनट डाटा को अपडेट करेंगे। पूरा फोकस घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं पर होगा।