- देश में अमन शांति के लिए के पढ़ी गयी विशेष नमाज
जौनपुर धारा, खेतासराय। ऐसी मान्यता है कि जब गुनाह बढ़ जाता है तो प्राकृतिक के कोप भाजन का शिकार होना पड़ता है। बरसात के मौसम में जब पानी की जरूरत है तो इस समय चिलचिलाती धूप के कारण इंसान तो इंसान पशु-पक्षी सभी परेशान है और न तो वर्षा होने का कोई संकेत दिख रहा है। उधर किसानों का खेत पानी के बिना सूखा पड़ा है और उसमें दरारे पड़ गई हैं। वर्षा के लिए सभी समुदायों के लोग अपनी अपनी तरह से पूजा-पाठ कर रहे हैं। मुस्लिम समुदाय ने भी बारिश के लिए इस्तिष्का की (विशेष नमाज) खुले आसमान के नीचे अदा कर बारिश के लिए लगातार दूसरे दिन दुआख्वानी की। विदित हो कि क्षेत्र के मनेछा गाँव में स्थित ईदगाह में जुमा के दिन मुल्क में अमन शांति व बारिश के लिए दुआ मांगी गई। आधे से ज्यादा अगस्त महीना बीत जाने के बाद भी बारिश न होने से इंसान और जानवर सब परेशान है। किसान भी अपने फसलों को लेकर चिंतित है। जिस मौसम में भरपूर बारिश होनी चाहिये उस समय कड़क धूप हो रही है जिसको लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गांव में खुले आसमान के नीचे रहमतों की दूसरे दिन दुआ मांगी। जब-जब धूप ज्यादा तेज होती है और बारिश नहीं होती है तो ऐसे में उपरवाले से अपने गुनाहों की माफी मांगनी चाहिए। इसके लिए विशेष नमाज खुले मैदान में अदा की जाती है जो तीन की होती है। शनिवार को दूसरे दिन मुस्लिम समाज के लोग एक जगह जमा होकर नमाज अदा कर रहमतों की बारिश के लिए दुआ मांगी। आम जनमानस से लेकर पशु-पक्षी सहित धरा पर रहने वाले सभी का कल्याण करें और रहम फरमाएं। इस दौरान हाफिज मोहम्मद तैयब, मोहम्मद हाशिम, मोहम्मद हारुन, अब्दुल सलाम, जिकरुल्लाह अहमद, मोहम्मद आरिफ, अब्दुल रहमान, प्रधान प्रतिनिधि मनेछा सिराज अहमद, हिसामुद्दीन सिद्दीकी, अब्दुल मलिक समेत तमाम लोग मौजूद रहे। विशेष नमाज-ए इस्तिष्का कारी मो. तैय्यब ने पढ़ाई।