झांसी. उत्तर प्रदेश की झांसी पुलिस ने अरुण परिहार हत्याकांड का खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस के मुताबिक, अरुण परिहार एक लड़की से प्यार करता था. लड़की के भाई उसे बार बार मना करते थे, लेकिन वह नहीं माना. ऐसे में अरुण की प्रेमिका के भाइयों ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अरुण की तब तक पिटाई की, जब तक वह मर नहीं गया.
यह मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के तालपुरा मोहल्ले का है. यहां अंकित और नितिन बाथम की बहन की सगाई के दिन बहन का प्रेमी अरुण परिहार भी पहुंच गया. उसने सगाई को लेकर हंगामा किया ताकि सगाई टूट जाए. सरेआम हुई इस बेज्जती का बदला लेने के लिए बहन के भाइयों ने हॉरर प्लान बनाते हुए प्रेमी अरुण को धोखे से बुला लिया और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. एसएसपी राजेश एस के मुताबिक, अरुण परिहार (22) बीकेडी चौराहा विकास भवन के सामने चाय का ठेला लगाता था. वह अपने भाई छोटू परिहार के साथ तालपुरा के नेहरू पार्क के पास रहता था. ऐसे में उसे नितिन और अंकित के एक दोस्त ने 12 जनवरी को फोन कर पार्टी के लिए बुलाया. ठेला बंद कर जैसे ही अरुण परिहार पहुंचा, वहां मौजूद नितिन और अंकित ने अपने साथियोंके साथ उसे कंबल से ढक दिया और बेरहमी से पिटाई कर दी. शराब के नशे में धुत्त आरोपियों ने रात भर उसकी पिटाई की और जब सुबह हुई तो देखा की उसकी मौत हो गई है. जिसके बाद उसे वहीं छोड़कर फरार हो गए. इधर जैसे ही मकान मालिक को पता चला कि उसके मकान में अरुण की किसी ने हत्या कर दी है तो वह पुलिस से बचने के लिए शव को कार में डालकर अगले दिन सुबह नदी में फेंक आया.
7 आरोपी गिरफ्तार
पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी राजेश एस ने बताया कि मृतक अरुण के बड़े भाई ने गुमशुदगी थाने में लिखवाई थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए हत्या के 7 आरोपियों अंकित, डडियापुरा निवासी नंदराम उर्फ लुढ़ी वंशकार, उसकी पत्नी मीना वंशकार, विशाल वंशकार, रितिक वंशकार, मिशन कंपाउंड निवासी विकास ठाकुर और पहलगांव निवासी चंद्रपाल अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया है. इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड प्रेमिका का दिव्यांग भाई अंकित है, वहीं अंकित का भाई नितिन और राहुल भगत फरार हैं. दोनों की तलाश की जा रही है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल तकिया, दो डंडे, अरुण के दो एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, श्रम कार्ड, अरुण की बाइक और लाश ठिकाने लगाने में इस्तेमाल कार बरामद कर लिए हैं.