- पीयू के विद्यार्थियों ने प्रोग्राम का लाइव देखा
- अन्तरर्विषयक शिक्षा और शोध के काम आएगा 20 करोड का अनुदान
जौनपुर धारा, जौनपुर। पीएम उच्चतर शिक्षा अभियान(पीएम उषा) के अन्तर्गत विश्वविद्यालयों के सुदृढ़ीकरण हेतु दिए गए पीएम उषा योजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुभारम्भ मंगलवार को किया गया। इसका लाइव प्रसारण वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में विश्वविद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थियों और अधिकारियों ने देखा, साथ ही उन्होंने राज्यों के शिक्षण संस्थानों को पीएम.उषा के अन्तर्गत 78 परियोजनाओं के लिए 3600 करोड़ रुपये से अधिक की घोषणा की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन की शुरुआत कश्मीरी भाषा में की। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपने सरकार के कामों को गिनाया। कहा कि जहां पहले स्कूल चलाये जाते थे,अब सजाये जाते हैं। सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी नागरिक शिक्षा और सरकारी योजना से वंचित नहीं हो, यही मोदी की गारंटी है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। पीएम ने उज्ज्वला योजना की लाभार्थी वीणा देवी परिहार, जम्मू, पीएम ग्रामीण रोजगार योजना की लाभार्थी कीर्ति शर्मा, जम्मू, पीएम आवास योजना के लाभार्थी लाल मोहम्मद, पुंछ, दीनदयाल अंत्योदय ग्रामीण योजना की लाभार्थी शाहीना बेगम बिन्दीपोरा और हर घर जल योजना के लाभार्थी रियाज अहमद से संवाद किया। साथ ही योजनाओं का लोगों से फीडबैक भी लिया। उन्होंने इसके साथ कई परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.वंदना सिंह ने कहा कि इसका उपयोग राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विश्वविद्यालय को अंतरविषयक शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट एवं विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए किया जाएगा। अनुदान से भारत सरकार के द्वारा फोकस विश्वस्तर के अन्तरविषयक क्षेत्रों जैसे सोलर, हाईड्रोजन एनर्जी और वाटर रिसर्च के विभिन्न पहलुओं पर कार्य किया जाएगा। कार्यक्रम के उद्देश्य के बार में प्रो. मानस पांडेय, संचालन डॉ.गिरिधर मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन डॉ.धर्मेंद्र सिंह ने किया। इस अवसर पर उप सभापति विधान परिषद उप्र.विद्यासागर सोनकर, कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, प्रो.मानस पांडेय, प्रो.वीडी शर्मा, प्रो.अजय द्विवेदी, प्रो.देवराज सिंह, प्रो.रजनीश भास्कर, डॉ.संतोष कुमार, डॉ.मनोज मिश्र, डॉ.आशुतोष सिंह, डॉ.सुनील कुमार, डॉ.धीरेंद्र चौधरी, डॉ.सुजीत कुमार, डॉ.अमित वत्स, डॉ.श्याम कन्हैया, डॉ.पुनीत धवन, डॉ.प्रवीण सिंह, डॉ.नृपेंद्र सिंह आदि ने भाग लिया।