भूटान में पीडीपी पार्टी नेशनल असेंबली चुनाव का पहला राउंड जीत चुकी है. पीडीपी को भारत समर्थक पार्टी माना जाता है. भूटान नेशनल असेंबली चुनाव का तरीका भारत से अलग है. यहां पहले राउंड के चुनाव में मतदाता पार्टी के उम्मीदवारों को वोट देते हैं, इस आधार पर पहले राउंड में जो दो पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनती है वो आखिरी राउंड का चुनाव लड़ती है.
फाइनल राउंड का चुनाव 9 जनवरी को होना है. भूटान में कुल 47 सीटों पर आम चुनाव होते हैं. भूटान का चुनाव भारत के लिए अहम है, क्योंकि वहां आने वाली सरकार भारत के लिए क्या रुख रखती है इससे भारत-चीन विवाद का सीधा नाता है. भूटान के प्राइमरी इलेक्शन में पांच पार्टियां शामिल थीं. पीडीपी के अलावा बाकी चारों पार्टियों को 20 प्रतिशत से कम वोट मिले हैं. पीडीपी को 42.5 वोट मिले हैं, वहीं दूसरे नंबर की पार्टी बीटीपी को 19.5 प्रतिशत वोट मिले हैं. वोट प्रतिशत को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि आखिरी राउंड के चुनाव में पीडीपी जीत दर्ज सक सकती है. पिछले महीने भूटान नरेश जिग्मे नामग्याल वांगचुक भारत के दौरे पर आए थे. उनका दौरा तब हुआ जब भूटान और चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने की 25वें दौर की बातचीत बेनतीजा रही. तब माना जा रहा था कि भारत और भूटान जल्द से जल्द चीन के साथ विवाद को लेकर समझौता करेंगे. भूटान भारत और चीन के बीच बसा एक छोटा सा देश है. उसकी सीमाएं दोनों देशों से लगती हैं. चीन का विवाद दोनों देशों के साथ है. ऐसे में भूटान का भारत के पक्ष में होना जरूरी है. भारत के पक्ष में भूटान के होने से भारत की दावेदारी मजबूत होगी, इसलिए भूटान के आम चुनावों में भारत समर्थक पीडीपी पार्टी के जीतने से सीमा विवाद सुलझाने में भारत को मदद मिलने की संभावना है.