उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बनने जा रहा ऐतिहासिक राम मंदिर को भेंट करने के लिए 400 किलो का ताला बनाने वाले अलीगढ़ के सत्यप्रकाश शर्मा अब इस दुनिया में नहीं रहे. उनका 66 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया. सत्यप्रकाश और उनकी पत्नी ने राम मंदिर के लिए 400 किलो ताला बनाकर तैयार किया था, जो 10 फीट लंबा और 4 फीट चौड़ा है. इस ताले की 30 किलो की चाबी है, जो 4 फीट लंबी है.
जानकारी के मुताबिक, क्वार्सी थाना इलाके के सुरेंद्र नगर के रहने वाले थे सत्यप्रकाश शर्मा. उनकी पत्नी ने बताया है कि 25 दिसंबर को राम मंदिर में 400 किलो का ताला भेंट करने वाले थे. इसमें कुछ आंशिक कमियां रह गई थी. इसके लिए बजट कम पड़ रहा था. मगर, कहीं से बजट की सहायता न मिलने के कारण चिंता में डूबे सत्यप्रकाश की हार्ट अटैक से मौत हो गई.
PM और CM ताले की कारीगरी को लेकर की थी सराहना
बता दें कि सत्यप्रकाश शर्मा और उनकी पत्नी इस ताले को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर तमाम मंत्री-विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों से मिल चुके थे. पीएम और सीएम ताले की कारीगरी को लेकर सत्यप्रकाश की सराहना कर चुके हैं. वहीं, सत्यप्रकाश के भाई राम प्रसाद शर्मा ने बताया कि उनके भाई राम मंदिर के लिए 400 किलो का ताला बना रहे थे.
नेताओं ने वादा किया था कि मदद दिलाएंगे
उनकी इच्छा थी कि मैं ऐसा कोई काम करूं, जो लोग मुझे याद रखें. इस ताले को लेकर वह तमाम नेताओं से मिले. मगर, कोई सहायता नहीं मिली. इसके बाद दिल्ली में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ताला दिखाए. प्रधानमंत्री ने भी ताले की काफी प्रशंसा की. बाद में योगी जी से भी मिले. उन्होंने भी बहुत प्रशंसा की. सभी नेताओं ने वादा किया था कि प्रशासन से इसके लिए मदद दिलाएंगे.
प्रशासन से परिवार को सहायता की गुहार
राम प्रसाद ने आगे बताया कि भाई को थोड़ी बहुत मदद मिली. मगर, वह पर्याप्त नहीं था. ताला बनाते-बनाते उन्हें परेशानी हो गई. शुक्रवार की रात को उन्हें अचानक अटैक आया. इसके बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया. मंगलवार सुबह उनका अचानक निधन हो गया. अब हमारी मांग है कि यह ताला कंप्लीट कर उनका उद्देश्य पूरा हो जाए और प्रशासन कुछ सहायता परिवार को कर दे.