दीवारों पर पान मसाला की पीक बयान कर रही स्वच्छता की तस्वीर

  • स्वच्छता मिशन पर धब्बा लगा रहे बिजली विभाग कार्यालय के जिम्मेदार

जौनपुर धारा, जौनपुर। सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता भारत अभियान का पालन कितना और किस प्रकार होता है, इस हकीकत आपको बिजली विभाग कार्यालयों में पहुँचकर मिल जायेगी। दीवारें पान, गुटखा और पान मसाले की पीक से लाल हो चुकी हैं। विभागीय अधिकारी प्रतिदिन अपने कार्यालय में जाते समय इन दीवारों को देखते हैं, लेकिन इन दीवारों की सफाई कराना शायद उन्हें उचित नहीं लगता।

वहीं दीवालों को पीक से लाल करने वाले भी बाहरी नहीं बल्कि विभागीय लोग ही हैं। आलम यह है कि अधिशासी अधिकारियों के कार्यालयों में घूस जाइये तो जगह-जगह दीवालों, दफ्तर के दरवाजे,दफ्तर के बाहर रखें आलमारी तक विभागीय लोगों स्वच्छता का मिशाल कायम कर रखा रहा है।

प्रधानमंत्री बार-बार देशवासियों से अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने का आह्वान करते हैं, इसके बावजूद अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालयों की गंदी हो चुकी दीवाले ही नहीं दिख रही और अन्य क्षेत्र की सफाई करना अपमानजनक लगता है। विभाग में जगह-जगह दीवारों पर थूककर लोगों ने स्वच्छता मिशन पर धब्बा लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी रखी है।

बाहरी व्यक्तियों की बात छोड़िए यहां तो कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी ही सफाई अभियान को असफल करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। कार्यालयों में पहुंचने वाले आम नागरिक भी इस स्थिति के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं। वे पान, गुटखा और पान मसाला खाकर कार्यालयों में आते हैं और किसी भी स्थान पर थूक देते हैं। जबकि कार्यालयों धूग्रपान व गुटखा खाकर बैठना भी नियम के विरूद्घ है। हालांकि कार्यालयों में कूड़ेदान उपलब्ध नहीं कराया जाना भी इसका एक कारण है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते कार्यालयों में कूड़ेदान उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। अधिशासी अभियंता और उपखंड अधिकारी के कार्यालय की ओर जाने वाले हर रास्ते पर गुटखे की पीक से दीवारें रंगी हैं, यहां जमीन और दीवार दोनों पीक से रंगी हैं। जगह-जगह कोनों में लोगों ने गुटखा थूका हुआ था। यह स्थिति बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के स्वच्छता अभियान की हकीकत बयान करती है।

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