जम्मू-कश्मीर के द्रास स्थित जामिया मस्जिद में भीषण आग लगने की घटना सामने आई है. जामिया मस्जिद में आग की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची भारतीय सेना, पुलिस और दमकल एवं आपातकालीन विभाग की मदद से आग पर काबू पाया गया. आग लगने से जामिया मस्जिद को भारी नुकसान पहुंचा है. आग की इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि आग की इस घटना से जामिया मस्जिद का ज्यादातर हिस्सा पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है. शुरुआती जांच में आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि आखिर शॉर्ट सर्किट कैसे हुआ?
जामिया मस्जिद के एक केयरटेकर ने कहा कि द्रास की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक में दुर्भाग्यपूर्ण आग की घटना के बारे में सुनकर दुख हुआ. उन्होंने आग लगने से मस्जिद को हुए नुकसान पर दुख व्यक्त करते हुए स्थानीय प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. केयरटेकर ने कहा कि द्रास एक संवेदनशील क्षेत्र है लेकिन इससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि यहां एक भी अग्निशमन सेवा नहीं है. इससे पहले भी ऐसी घटनाएं यहां हुई हैं लेकिन केंद्र शासित प्रदेश में प्रशासन ने कुछ भी नहीं सीखा है. सूत्रों के अनुसार, आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. दरअसल, दमकल विभाग को जामिया मस्जिद में आग लगने की सूचना मिली थी. आग की खबर मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियों को तुरंत वहां भेजा गया. सेना, लोकल पुलिस और आपतकालीन विभाग की मदद से आग पर काबू पाया गया. आग लगने से मस्जिद को काफी नुकसान पहुंचा है. बताया जा रहा है कि आग के कारण मस्जिद पूरी तरह से तबाह हो गई है. मस्जिद के भीतर मौजूद सबकुछ जलकर राख हो गया है. दरअसल, आग लगने से मस्जिद को हुए इस भारी नुकसान की एक वजह उसके ज्यादातर हिस्सों का लकड़ी का बना होना था. मस्जिद का ज्यादातर हिस्सा लकड़ी का होने के कारण शार्ट सर्किट के बाद लगी आग देखते ही देखते फैल गई. आग इतनी तेजी से फैली की उस पर काबू नहीं पाया जा सका. जब तक दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं, मस्जिद का ज्यादातर हिस्सा जलकर खाक हो चुका था.