जौनपुर धारा,सिकरारा। स्थानीय क्षेत्र के खानापट्टी गांव में शुक्रवार को चकबंदी प्रक्रिया शुरू कराने के सन्दर्भ में एक खुली बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उपस्थित काश्तकारो ने एक स्वर से गांव में चकबंदी प्रक्रिया आरम्भ कराने की मांग करते हुए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। चकबंदी न होने से गांव के लोग किस कदर समस्याओं से जूझ रहे है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि असहमति पत्र पर एक भी काश्तकार ने हस्ताक्षर नही किया। गांव के प्राथमिक विद्यालय पर प्रधानप्रतिनिधि सुशील कुमार सिंह की देखरेख में आयोजित खुली बैठक में चकबंदी अधिकारी रामजी शुक्ल ने बताया कि सांसद बाबूराम कुशवाहा द्वारा ग्रामीणों की मांग को दृष्टिगत शासन से गांव में चकबंदी प्रक्रिया आरम्भ कराने का निर्देश मिला है। जिसके लिए सबकी सहमति व असहमति के लिए खुली बैठक बुलाई गई है, उन्होंने बताया कि गांव काश्तकारों की सहमति असहमति पत्र व प्रधान व सदस्यों व भूमि प्रबंधन कमेटी के सदस्यों की सहमति के पश्चात जिलाधिकारी के यहाँ रिपोर्ट बनाकर भेज दी जाएगी जैसे ही शासन से निर्देश मिलेगा। चकबंदी प्रक्रिया आरम्भ की जाएगी। बता दें कि उक्त गांव में वर्ष 1960-62 में चकबंदी हुई थी उक्त प्रक्रिया महज चालीस प्रतिशत हो सकी थी। किन्ही कारणों से चकबंदी प्रक्रिया स्थगित हो गई थी। काश्तकारों ने बैठक में आये अधिकारियों के समक्ष दर्द बयां करते हुये कहा कि गांव में चकबंदी न हो पाने से इक्कीसवीं सदी में भी गाँव के अधिकांश लोग सड़क मार्ग से वंचित है, कोई बीमार पड़ जाता तो चारपाई पर लादकर अस्पताल ले जाना पड़ता है, निषाद बस्ती यादव बस्ती में सड़क मार्ग न होने से शादी विवाह व अन्य आयोजनों में भारी मुसीबत झेलना पड़ता है। बैठक में सहायक चकबंदी अधिकारी कृष्ण मोहन मिश्र, चकबंदी लेखपाल, राजेन्द्र पटेल, राजकुमार पाण्डेय आदि कर्मी सक्रिय रहे। इस मौके पर पूर्व प्रधान, डॉ.रामचरित्र निषाद, बैजनाथ यादव, राधेश्याम पाल, अवधेश निषाद, बीडीसी रजनीश सिंह, जयप्रकाश, नरेंद्र यादव, यदुनाथ सिंह, जयनाथ यादव, डॉ.शैलेश यादव, गुलाल सिंह, नीरज पाल सहित भारी तादात में काश्तकार मौजूद रहें।