चीन में Covid-19 के नए वेरिएंट ने हाहाकार मचा रखा है, जिससे लोगों में काफी दहशत है. कोरोना की दूसरी लहर ने लखनऊ में सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित किया था. यही वजह है कि इस बार पहले से ही लखनऊ के सभी सरकारी अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. इसके साथ ही लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. दो गज की दूरी बनाए रखने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है.
किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, एसजीपीजीआई, लोहिया हॉस्पिटल और बलरामपुर हॉस्पिटल में आरटीपीसीआर जो कि कोविड-19 की जांच होती है इसकी तैयारी कर ली गई है. वेंटिलेटर को दुरुस्त कर लिया गया है. कोविड-19 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं. इसके साथ ही कोविड-19 के लक्षण लेकर आने वाले लोगों की जांच गंभीरता से की जा रही है. इसके साथ ही जैसा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले से ही कह रखा है कि कोविड-19 पॉजिटिव आने वाले सभी मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जाए, इसकी भी पूरी तैयारियां लखनऊ के सरकारी अस्पताल में कर ली गई हैं.
इन बातों का रखें ध्यान, रहेंगे सुरक्षित
आशियाना स्थित लोकबंधु सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि कोविड-19 का जो प्रोटोकॉल है, जैसे दो गज की दूरी बनाए रखें. भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें. मास्क हर हाल में बाहर निकलते समय लगाएं. बाहर किसी भी चीज को छूने से बचें. अपने साथ बाहर निकलते समय सैनिटाइजर जरूर लेकर निकलें और घर में जाने से पहले खुद को अच्छे से सैनिटाइज कर लें. इसके बाद ही घर के अंदर प्रवेश करें. बच्चों का खासतौर पर ख्याल रखें. उन्हें हल्का भी खांसी-जुकाम होते ही तुरंत इलाज और उपचार के लिए डॉक्टर के पास लेकर जाएं. गर्भवती महिलाएं भी अपना विशेष ध्यान रखें और भीड़भाड़ में जाने से बचें. अगर आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति है, जिसके अंदर आपको लगता है कि कोविड-19 के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो उसे तुरंत अस्पताल जाने की सलाह दें.
जिलाधिकारी ने मोर्चा संभाला
लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने शुक्रवार को लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरूक करने के लिए खुद ही मोर्चा संभाला और चारबाग रेलवे स्टेशन पर जाकर आने वाले और जाने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 के प्रोटोकॉल की क्या व्यवस्था की गई है, इसकी जांच की. साथ ही वहां पर जो बिना मास्क के नजर आया, उन यात्रियों को और उनके परिवार के सदस्यों को मास्क भी पहनने के लिए दिया.