पत्रक सोसल साइड पर जमकर हो रहा है वायरल
जौनपुर धारा,केराकत। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान होने के बाद केराकत विधानसभा के सपा विधानसभा अध्यक्ष नीरज पहलवान ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर केराकत कोतवाल दिलीप कुमार सिंह के स्थानांतरण की मागं करते हुए लिखा है कि केराकत कोतवाल सत्तारुढ़ दल भाजपा के लिए काम कर रहे हैं, तथा समाजवादी पार्टी के निर्दोष व प्रमुख कार्यकर्ताओं का अकारण उत्पीड़न कर रहे हैं, और साथ में आये दिन सिविल ड्रेस में मार्निंगवॉक करने के बहाने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर चुनाव के संबंध में चर्चा करते हैं। लोकसभा चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए कोतवाली प्रभारी निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह को जौनपुर जनपद से किसी अन्य जनपद में स्थानांतरित किया जाना अत्यंत जरूरी है।
- क्या यादव होना गुनाह है ? : नीरज पहलवान
वायरल पत्रक को लेकर जब सपा विधानसभा अध्यक्ष नीरज पहलवान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरायबीरू गोली कांड में पुलिस द्वारा एक पक्ष का मुकदमा लिखा गया। जबकि दूसरे पक्ष का मुकदमा नहीं लिखा गया। जब हम लोगों ने इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक को फैक्स किया तब जब जाकर पीड़ित पक्ष का मुकदमा लिखा गया। क्या इस सरकार में यादव होना गुनाह है। उन्होंने कहा कि जब गोली काण्ड में जब नामजद मुकदमा लिखा गया तो नाजायज लोगो को दविश देकर उठाने की क्या जरूरत थी। हालंकि रात में उन्हें छोड़ दिया गया।
- पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी : तूफानी सरोज
सरायबीरू गोली काण्ड में बीएचयू के ट्रामा सेंटर वाराणसी से उपचार के बाद अजय यादव के घर आने की सूचना मिलते ही उनका कुशल छेम जानने सुरहुरपुर गांव पहुंचे केराकत सपा विधायक तूफानी सरोज ने केराकत कोतवाली पुलिस को निशाने पर लिया और सरकार को भी खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि दु:ख के साथ कहना पड़ रहा है कि जो कहते है कि जीरो ट्रेलेंस में है। कानून व्यवस्था मगर केराकत कोतवाल जैसे लोगो की वजह से पूरे देश में कानून व्यवस्था भ्रष्ट व ध्वस्त हैं। इनको ये नहीं पता कि पहले पीड़ित पक्ष का मुकदमा लिखा जाना चाहिए ऐसे लोगो को तुरन्त लाइन हाजिर कर देना चाहिए। कब उनका मुकदमा लिखा गया और कब हमारा मुकदमा लिखा गया तारीख दर तारीख इस मामले को विधानसभा में उठाएंगे। जिसको गोली लगी है, उसका मुकदमा नही लिखा जा रहा है और जिनको गोली नहीं लगी है। उनका मुकदमा लिख दिया जा रहा हैं मेरे हस्तक्षेप के बाद इनकी तहरीर ली गई तो इस तरह से इनका लायन ऑर्डर है। जो पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। कानून व्यवस्था के नाम की कोई चीज नहीं है। ऐसे कोतवाल प्रदेश के जिस थाने पर रहेंगे तो पूरे प्रदेश का बंटाधार हो जायेगा। किसी को न्याय नहीं मिलेगा।