- नहीं बदली थर्ड जेंडर मतदाताओं की हिस्सेदारी
मुजफ्फरनगर जनपद की खतौली विधानसभा सीट पर नौ माह के अंतराल पर ही विस चुनाव हो रहा है, ऐसे में इन नौ माह में विधानसभा में मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी होने के बजाय कमी हुई है। करीब चार हजार मतदाता यहां पर घट गए हैं। इनमें महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। वहीं इस सीट पर थर्ड जेंडर मतदाताओं की हिस्सेदारी जस की तस बनी है।
जनपद की एमपी-एमएलए कोर्ट के द्वारा कवाल कांड के एक मुकदमे में फैसला सुनाते हुए भाजपा के खतौली सीट से विधायक रहे विक्रम सैनी को दो साल की सजा सुनाई थी। इस सजा के बाद जनप्रतिनिधि तत्व कानून 2013 के प्रावधान के अनुसार विक्रम सैनी की सदस्यता रद्द हुई और उन पर चुनाव नहीं लड़ने का प्रतिबंध भी लगा है। इसके साथ ही खतौली सीट को रिक्त घोषित कर दिए जाने के बाद निर्वाचन आयोग ने यहां पर उप चुनाव का कार्यक्रम तय कर दिया। इसमें पांच दिसंबर को चुनाव और आठ दिसंबर को मतगणना होनी है। इस सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है, 17 नवंबर तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाने हैं। ऐसे में जिला प्रशासन उपचुनाव के लिए जल्द से जल्द तैयारी को पूरा करने में जुटा हुआ है। खतौली उपचुनाव पांच जनवरी 2022 को प्रकाशित मतदाता सूची के आंकड़ों पर ही होंगे। इसमें अनुपूरक सूची जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। फरवरी में हुए चुनाव में खतौली सीट पर पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 317212 थी।