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आर्मेनिया में ट्रांसलेटर निलाक्षी साहा सिन्हा को नियुक्त किया गया भारत का राजदूत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑफिशियल ट्रांसलेटर निलाक्षी साहा सिन्हा को आर्मेनिया में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया है. निलाक्षी साहा सिन्हा को अक्सर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ देखा गया है. हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली और फ्रेंच भाषाओं पर निलाक्षी साहा की अच्छी पकड़ है. निलाक्षी को 15 भाषाओं का ज्ञान है और वो प्रधानमंत्री के साथ 14 विदेशी दौरों पर जा चुकी हैं.

इसके अलावा, एम श्रीधरन को अज़रबैजान गणराज्य में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है. एम श्रीधरन फिलहाल विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं. उनके जल्दी ही पदभार संभालने की उम्मीद की जा रही है. तो वहीं, निलाक्षी साहा सिन्हा की अगर बात करें तो उनके पिता भी विदेशी भाषाओं का ट्रासलेशन करने का काम करते थे.

कौन हैं निलाक्षी साहा सिन्हा?

निलाक्षी साहा सिन्हा को बहुत सी जगहों पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ देखा गया. दरअसल, प्रधानमंत्री जब भी किसी विदेशी मेहमान से मिलते हैं या किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं तो अपनी बात सामने वाले की भाषा में पहुंचा सकें इसके लिए उन्हें एक अनुवादक की जरूरत होती है. ऐसे में निलाक्षी साहा सिन्हा पीएम मोदी की बात विदेशी नेता तक पहुंचाने की काम करती हैं.

साल 2018 में जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों भारत दौरे पर आए थे तब भी निलाक्षी साहा सिन्हा को पीएम मोदी के आसपास देखा गया था. इसके अलावा, जून के महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश के दौरे के दौरान भी उन्हें पीएम के साथ देखा गया था.

विदेश मंत्रालय या भारतीय विदेश सेवा का अधिकारी जो दूसरे देश की भाषा और संस्कृति से परिचित होता है, प्रधानमंत्री अपने ट्रांसलेटर या इंटरप्रेटर के रूप में अपनी सुविधा के मुताबिक चुनते हैं. इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विदेश मंत्रालय के दुभाषियों के कैडर में संयुक्त सचिव स्तर के बराबर दो पदों के निर्माण को मंजूरी दी थी.

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